यूपी में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के अभियान में बरेली के छह इमाम और मुतावल्लियों पर मुक़दमा

0
78

The Leader. धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर बजाने को लेकर अब सख़्ती शुरू हो गई है. इसके लिए यूपी के सभी ज़िलों में अभियान चलाया जा रहा है लेकिन बरेली में मुक़दमे भी दर्ज होने लगे हैं. इसका आग़ाज़ छह मस्जिदों के इमाम और मुतवल्लियों से हुआ है. इन पर 6 थानों में मुक़दमे लिख लिए गए हैं. पुलिस के मुताबिक़ ये वो मस्जिद हैं, जिनके पास लाउडस्पीकर लगाने की इजाज़त नहीं है लेकिन उसके बाद भी चेकिंग के दौरान बजते पाए गए. ऐसा फरीदपुर, आंवला, शेरगढ़, मीरगंज, बहेड़ी और नवाबगंज के इलाक़े में किया जा रहा था.

फरीदपुर में भूरे खां गौटिया की नूरी मस्जिद पर बिना अनुमति के 4 लाउडस्पीकर लगे मिले. इसके लिए इमाम ताहिर अली. मंज़ूर अली और मुतवल्ली गुलशेर पर एफआईआर की गई. आंवला में मुहल्ला नालापार की मस्जिद पर 2 लाउडस्पीकर लगे थे. दोनों को उतरवा लिया गया. मुतवल्ली असग़र ख़ान और इमाम मौलाना रज़ा हुसैन पर मुक़दमा दर्ज किया गया है. इसी तरह थाना शेरगढ़ में इस्लामनगर की जामा मस्जिद पर 3 लाउडस्पीकर बजाए जा रहे थे. इमाम मुब्बश्शिर और मुतवल्ली कार्रवाई के घेरे में आए. थाना मीरगंज में अंडरपास के पास कपूरताल वाली मस्जिद के मौलाना साबिर हुसैन लाउडस्पीकर पर अज़ान देने में फंस गए हैं.

थाना बहेड़ी में शाहजी नगर मियां वाली मस्जिद पर लाउडस्पीकर के लिए अय्यूब और थाना नवाबगंज के गांव गरगईया में छोटी मस्जिद के मौलाना गुलाम साबिर पर धारा 188, 15 पर्यावरण संरक्षण अधिनियम व 5/6 ध्वनि प्रदूषण अधिनियम में मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है. इन सभी मस्जिदों के लाउडस्पीकर भी ज़ब्त कर लिए गए हैं. क़रीब एक सप्ताह पहले बरेली में शहर के धार्मिक स्थल चेक किए गए थे. जहां एक से अधिक लाउडस्पीकर थे, उन्हें उतरवाया गया था. तब यह मामला दरगाह आला हज़रत भी पहुंचा था. वहां से जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के प्रतिनिधियों ने प्रशासनिक अफसरों से बात की थी. मांग की थी मस्जिद के इमामों के साथ नाज़ेबा रवैया नहीं अपनाया जाए. तब जमात के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान मियां की तरफ से कहा गया था कि चेकिंग से इमाम और मस्जिदों की इंतज़ामिया से जुड़े लोग घबराएं नहीं. इस बार के अभियान में एफआईआर भी की जा रही है.