किसानों के लिए कहर साबित हुई बारिश, फसलें हुई बर्बाद

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प्रतीकात्मक दृश्य
प्रतीकात्मक दृश्य

The leader Hindi: पिछले 4-5 दिनों से बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है. दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, यूपी, उत्तराखंड समेत देश के ज्यादातर राज्य बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. विभिन्न राज्यों से बारिश के कहर की भयानक तस्वीरें सामने आ रही हैं. हजारों एक की तैयार फसल पानी की वजह से स्वाहा हो चुकी है.

यूपी की बात करें तो यूपी के गोरखपुर में बारिश ने कहर बरपा रखा है. बीते तीन दिन से हो रही भारी बारिश की वजह से सरयू और रोहिन के बाद अब राप्ती नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान को पार कर गया है.नदियों से ओवरफ्लो हो रहे पानी की चपेट में अब तक 56 गांव आ चुके हैं. घरों में पानी घरने के वजह से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बता दें कि नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश का सारा पानी तराई बेल्ट में पहुंच रहा है, जिसकी वजह से नदियां अचानक उफान पर आ गई हैं, नदियों से उफनकर बाहर निकल रहे पानी की चपेट में अब तक हजारों घर आ चुके हैं.

यूपी के श्रावस्ती जिले में राप्ती नदी के पानी ने नेशनल हाईवे 730 को पानी-पानी कर दिया है. खतरे के निशान से ऊपर बह रही राप्ती नदी ने आसपास के तमाम गांवों को जलमग्न कर दिया है. जिले का प्रसिद्ध महा मनकोल मंदिर पूरी तरह से पानी के आगोश में समा चुका है. बलरामपुर में राप्ती खतरे के निशान को पार कर गई है जिले के 200 से ज्यादा गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं, हजारों लोग टापू बन चुके इन गांवों में फंसे हुए हैं जिन्हें निकलने के लिए एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई है, जो राहत व बचाव कार्य में जुटी है. हालांकि कई लोग ऐसे भी हैं जिन तक कोई मदद नहीं पहुंच पा रही है.

बलरामपुर में केवल ग्रामीण ही नहीं शहरी इलाके भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. कई घर मोहल्ले पानी में डूब गए हैं. लोगों को बाहर निकलने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. शहर के मुख्य चौराहों पर बनी दुकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिसके बाद लोग दुकान में भरे सामान को बचाने में जुटे हैं.बलरामपुर-बढ़नी राष्ट्रीय राजमार्ग पर राजमार्ग पर तीन फुट से ज्यादा बाढ़ का पानी बह रहा है…जिसके चलते वहां से सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है…जिसके बाद ट्रकों की लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं.

भारी बारिश के बाद यूपी के कई शहरों से मकानों के धराशाई होने की खबरें आ रही हैं. बुलंदशहर में एक दो मंजिला मकान गिर गया जिसमें 5 लोग दब गए, वहीं पीलीभीत में एक कच्चे मकान की दीवार गिरने से 6 महीने की मासूम बच्ची की मौत हो गई. वहीं आगरा के बासरिसाल गांव में मकान गिरने से एक महिला की जान चली गई.

 

देश के कई राज्यों में भारी बारिश से जन जीवन प्रभावित, IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

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बारिश का कहर केवल यूपी में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में देखने को मिल रहा है. बात यदि बिहार की करें तो बिहार के गोपालगंज में गंडक नदी कहर बरपा रही है. दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. नदी से सटे कई गांव पानी में डूब चुके हैं. लाखों रुपए की फसल बर्बाद हो चुकी है लेकिन अभी तक प्रशासन से लोगों को कोई मदद नहीं मिली है, जिसकी वजह से ग्रामीण रोजमर्रा का सामान लेकर नाव से सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने को मजबूर हैं.

बिहार के मुजफ्फरपुर में गंडक नदी का रूप और विकराल होता जा रहा है. बैराज से साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से सरैया, साहेबगंज और पारु में कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. खेत-खलिहानों में तेजी से पानी बढ़ रहा है, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं.

भारी बारिश के बाद उत्तराखंड के उधमसिंहनगर की किच्छा तहसील में गौला नदी अचानक उफान पर आ गई और नदी के ऊपर बने पुल को बहा ले गई,जिसकी वजह से पुल के दूसरी तरफ सैकड़ों लोग फंस गए हैं. इनमें से करीब 50 लोग रेस्क्यू कर लिये गए हैं जबकि 200 से ज्यादा लोग अब भी फंसे हुए हैं. उत्तराखंड के हल्द्वानी में पिछले 48 घंटे से मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश के कारण ज्यादातर नदी-नाले उफान पर हैं.

बेमौसम और बेहिसाब बारिश से राजस्थान में भी काफी नुकसान हुआ है. बारां जिले में 5 अक्टूबर से शुरू हुई बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं, तो वहीं खेल-खलिहान पूरी तरह से डूब गए हैं. भारी बारिश के कारण सोयाबीन, उड़द, मक्का के खेतों में कटी और खड़ी फसल बर्बाद हो चुकी है.

भरतपुर में लगाता 2 दिनों से बारिश हो रही है. घर, दफ्तर, दुकान हर जगह पानी की घुसपैठ है, लोग बाल्टी और पाइप के जरिए पानी निकालने की कोशिश कर रहे हैं. राजस्थान के भरतपुर में पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश के प्रकोप के आगे सब बेबस नजर आ रह हैं.

राजधानी दिल्ली में तो बारिश अब मौत का सबब बनने लगी है. घटना लाहौरी गेट की है, जहां बारिश की वजह से एक पुराना मकान देखते ही देखते जमीदोज हो गया, पूरी रात चले रेस्क्यू ऑपरेशन में मलबे से 11 लोगों को निकाला जा चुका है. इस हादसे में एक 4 साल की बच्ची और एक बुजुर्ग की मौत हो गई. तीन दिन से हो रही बारिश के बाद दिल्ली से सटे गुरुग्राम में पानी का सैलाब नजर आ रहा है. रविवार को गुरुग्राम के सेक्टर 111 में बारिश के पानी से भरे एक तालाब में 6 बच्चों की डूबने से मौत हो गयी. ये बच्चे वहां नहाने के लिए गए थे. दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश से बुरा हाल है. दिल्ली में तो शनिवार और रविवार को 2007 के बाद दूसरी बार सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड टूट गया.

 

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