तुर्की की हागिया सोफिया मस्जिद में 88 साल बाद होगी तरावीह

0
778

दो साल पहले ही म्यूजियम से मस्जिद में तब्दील हुई तुर्की में इस्तांबुल की हागिया सोफिया ग्रैंड मस्जिद इस रमजान गुलजार होगी। अनादोलु एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हागिया सोफिया ग्रैंड मस्जिद में 88 साल बाद रमजान में तरावीह होगी। तरावीह ही नहीं, हागिया सोफिया मस्जिद में रमज़ान से जुड़े कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है और उम्मीद की जा रही है कि पूरे महीने में बड़ी तादात में यहां लोग इबादत को आएंगे। (Taraweeh Hagia Sophia Mosque)

भारत में अयोध्या विवाद की तरह, चर्च और मस्जिद का विवाद गहराने पर हागिया सोफिया को कमाल अता तुर्क के शासनकाल में 1934 में संग्रहालय बना दिया गया था, जिसके बाद विवाद खत्म जैसा हो गया था और सभी तरह के लोग यहां संग्रहालय देखने ही आते थे।

कमाल अतातुर्क के गुजर जाने के बाद कट्टरपंथी ताकतें फिर से जोरआजमाइश में जुट गईं, जिसके बाद एर्दाेगन के शासन में 2020 में संग्रहालय को फिर मस्जिद का दर्जा मिल गया और उसी साल 24 जुलाई को आधिकारिक तौर पर मुसलमानों के लिए इबादत के लिए खोल दिया गया।

लेकिन उसी साल वैश्विक महामारी कोविड ने तुर्की को भी चपेट में ले लिया। संक्रमण के जोखिम से बचाने को जैसे दुनियाभर में इबादतगाहों में ताला लगा, वैसे ही यहां भी हुआ और हागिया सोफिया मस्जिद बनने के बाद भी सूनी रही। मस्जिद का दर्जा मिलने के बाद भी दो साल तक यहां मजहबी गतिविधि नहीं हुई।

आखिरकार यह इंतजार खत्म हुआ, वह भी इबादत के महीने रमजान के वक्त। इस साल यह मस्जिद रमज़ान के दौरान मुसलमानों के लिए खुशियों की सौगात की तरह तैयार की गई है। ज्यादातर आबादी के टीका भी लग चुका है और मौत से लेकर संक्रमण की संख्या भी काफी कम हो चुकी है, हालात नियंत्रण में हैं। (Taraweeh Hagia Sophia Mosque)

बताया जाता है कि हागिया सोफिया को 532 में बनाया गया और 916 साल तक यह जगह चर्च के रूप में रही। खिलाफत का 1453 में इस्तांबुल में नियंत्रण होने के बाद हागिया सोफिया को मस्जिद में बदल दिया गया। इसके बाद हागिया सोफिया मस्जिद के तौर पर 500 साल, 1934 तक रही। धार्मिक विवाद बढ़ने के बाद इस जगह को संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया।

यूनेस्को ने विशिष्टता के कारण 1985 में हागिया सोफिया को विश्व विरासत सूची में शामिल किया, जो दो धर्मों की इबादत की जगह रही है। (Taraweeh Hagia Sophia Mosque)

हागिया सोफिया तुर्की के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। हर साल यह देश के अंदर से और विदेश से हजारों सैलानी यहां आते हैं।


यह भी पढ़ें: आधुनिक तुर्की के शिल्पी कमाल पाशा, जिन्होंने इस्लामिक नेताओं से तगड़ा पंगा लिया


(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)