सपा और भाजपा ने मैनपुरी में झोंकी ताकत

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द लीडर हिंदी : नेता जी मुलायम सिंह की कर्मस्थली मैनपुरी को सपा सरकार में वीवीआईपी जिले का दर्जा प्राप्त रहा है। मुलायम सिंह के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी सीट पर लोकसभा उपचुनाव प्रदेश की राजधानी लखनऊ से भी अधिक वीवीआईपी हो गया है।

इसकी वजह है कि सपा और भाजपा नेता चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतर आए हैं। हर कहीं लोकसभा चुनाव पास लगी हुई गाड़िया नजर आ रहीं हैं। उप चुनाव में भाजपा और सपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

सपा की ओर से मुलायम सिंह की पुत्र वधु और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैदान में हैं। भाजपा ने कभी सपा के टिकट पर दो बार सांसद और एक बार विधायक रहे रघुराज सिंह शाक्य पर दांव लगाया है।

एक जहां सपा अपनी विरासत को बचाने के लिए चुनाव में पूरा दमखम लगा रही है। वहीं भाजपा मैनपुरी में कमल का फूल खिलाना चाहती है। यही कारण है कि मैनपुरी दिग्गज नेताओं का अखाड़ा बन गया है।

सपा के ज्यादातर वरिष्ठ नेता और भाजपा के कद्​दावर मंत्री मैनपुर में डेरा जमाए हुए हैं। केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल भी मैनपुरी टीम के साथ डटे हुए हैं। मैनपुरी में हर कस्बे और गली मोहल्लों में सिर्फ नेता ही नेता दिखाई दे रहे हैं।

लोकसभा उपचुनाव में वीवीआईपी मूवमेंट लगातार जारी है। भाजपा के दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य का मैनपुरी में दौरा हो चुका है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी करहल में जनसभा कर चुके हैं। वहीं सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं।

हालात यह है कि मैनपुरी में नेताओं डेरा डालने की वजह से शहर के सभी होटल हाउसफुल हो गए हैं। किसी भी होटल में कमरा खाली नहीं हैं। नेताओं को डरने के लिए आसपास के जिलों में शरण लेनी पड़ रही है।