डेब्यू मैच में इंग्लैंड के चार विकेक झटके देहरादून की स्नेह राणा ने स्वर्गीय पिता का किया समर्पित

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द लीडर डेस्क।

देहरादून के क्रिकेटर स्नेह राणा को भारतीय टीम में वापसी करने के लिए पूरे पांच साल इंतज़ार करना पड़ा। घुटने की चोट की वजह से बाहर हुई स्नेह के पिता लगातार उसका हौसला बढ़ा रहे थे, उन्होंने उसकी ट्रेनिंग भी नहीं रुकने दी। बेटी को भारत के लिए खेलते हुए देखने का सपना लिए दो महीने पहले वह दुनिया को अलविदा कह गए। स्नेह ने पहले दिन 3 और दूसरे दिन एक और विकेट लेकर अपना खेल पिता को समर्पित किया। कल मीडिया से बातचीत में अपने पिता को याद करते हुए उसने कहा भी में आगे भी जो कुछ अच्छा करूंगी अपने पिता को ही समर्पित करूंगी।
स्नेह राणा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में डेव्यू करते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने के चार कीमती विकेट चटकाए। जब उन्होंने आन्या के रूप में अपना चौथा विकेट लिया तो इंग्लैंड 9 विकेट पर पारी समाप्ति की घोषणा कर दी।
मेजबान इंग्लैंड और भारत के बीच एकमात्र टेस्ट मैच में भारतीय महिला टीम की ऑफ स्पिनर स्नेह राणा ने पहली पारी में 39.2 ओवर में 131 रन देकर चार विकेट झटके हैं। उनके कोच नरेंद्र शाह ने इस प्रदर्शन पर बेहद खुश हैं।
लिटिल स्टार क्रिकेट एकेडमी के संचालक व स्नेह राणा के कोच नरेंद्र शाह ने बताया कि स्नेह की भारतीय टीम में वापसी को लेकर वह बेहद खुश हैं। जिस तरह से स्नेह ने गेंदबाजी की है उससे यह खुशी कई गुना बढ़ गई है। पांच साल पूर्व मैच के दौरान ही स्नेह के घुटने में चोट लग गई थी। जिसका आपरेशन कराना पड़ा था। इस कारण स्नेह को मैदान से दूर रहना पड़ा, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और टीम में वापसी करने के लिए मेहनत करती रही।
स्नेह राणा ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर एक बार फिर टीम इंडिया में जगह बनाई है। उन्होंने बताया कि टीम लिस्ट जारी होने से कुछ ही दिन पहले स्नेह के पिता का देहांत हो गया था। स्नेह राणा के पिता उन्हें भारतीय टीम से खेलते देखना चाहते थे। पहले दिन के मैच के बाद स्नेह राणा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा “मैंने अपने पिता को दो महीने पहले खो दिया था। टीम घोषित होने से ठीक पहले ही उनका निधन हुआ। यह काफी कठिन और भावुक पल है, क्योंकि मेरे पिता मुझे भारत के लिए फिर से खेलते देखना चाहते थे। दुर्भाग्य से वह अब हमारे साथ नहीं है, लेकिन यह जीवन का हिस्सा है। मुझे चोट लगी थी जिसके कारण मैं एक साल तक क्रिकेट से दूर रही, लेकिन मैंने घरेलू क्रिकेट खेला और वहां प्रदर्शन किया। शुक्रगुजार हूं कि मैं वापसी कर सकी। वहीं, मैच से ठीक पहले हुई टीम मीटिंग के बारे में स्नेह ने कहा कि मैच से पहले जब टीम की बैठक हुई तभी मुझे पता चला कि मैं एकादश में शामिल हूं। मैंने कोच और कप्तान से बात की और पूछा कि किस तरह गेंदबाजी करनी है इस पर चर्चा भी की।
स्नेह राणा ने कहा कि भारत को फायदा है, क्योंकि वह इस मैच में बिना किसी दबाव के खेल रहा है और उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं है। भारत और इंग्लैंड की महिला टीम उस पिच पर पांच दिवसीय टेस्ट मैच खेलने उतरी हैं, जिस पर कुछ ही दिन पहले टी-20 मैच खेला जा चुका है। हालांकि, इस तरह की पिच देने के लिए इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड यानी ईसीबी ने माफी मांगी है।

बल्ले की परीक्षा बाकी

इंग्लैंड के बड़े स्कोर 396 रन का पीछा करने उतरी टीम इंडिया का स्कोर पहली पारी में 5 विकेट पर 187 रन है। दूसरे दिन शैफाली वर्मा ने डेब्यू पारी में शानदार 96 रन बनाये। स्टंप पर इस समय दीप्ति शर्मा शून्य पर और हरमनप्रीत कौर 4 रन बनाकर जमी हुई हैं। स्नेह राणा को भी बल्ले से परीक्षा देनी है।
शैफाली वर्मा के आउट होते ही टीम इंडिया को एक के बाद एक 4 झटका लगा। इससे पहले मंधाना 155 गेंदों में 14 चौके की मदद से 78 रन बनाकर आउट हुईं। उसके बाद बल्लेबाजी के लिए आयीं शिखा पांडे भी खाता खोले बिना पवेलियन लौट गयीं। मिताली राज भी केवल दो रन बनाकर आउट हो गयीं थी।

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