शरद पवार का बीजेपी सरकार पर वार, जब-जब चुनाव आते हैं तब आती है राम की याद

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द लीडर हिंदी: इनदिनों लगातार देश में बयानबाजी का दौर जारी है. राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है. 2024 को लेकर राजनीति नफरत देखने को मिल रही है.इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए एक बड़ा बयान दिया है. पवार ने समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों से आग्रह किया, जब तक केंद्र में मौजूदा सरकार को हटा न दिया जाए, वे चैन से न बैठें. बता दें कि ये बयान उन्होंने सोलापुर जिले के मंगलवेढा शहर में एक सभा को संबोधित करते हुए दिया.

पवार यहीं नहीं रूके उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर केवल चुनावों के दौरान भगवान राम को याद करने का भी आरोप लगाया. पवार ने विपक्षीदलों में राजनीतिक आग भड़काते हुए कहा कि ‘एक विकल्प प्रदान करने के लिए एक साथ आए समान विचारधारा वाले दलों को चुनाव के आखिरी दिन तक आराम नहीं करना चाहिए. उन्हें तब तक चैन से नहीं बैठना चाहिए, जब तक कि राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना रही मौजूदा सरकार को हटा नहीं दिया जाता.शरद पवार ने कहा कि महाविकास आघाड़ी (एमवीए) आगामी चुनावों के लिए गठबंधन बनाने को लेकर वाम दलों और प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) से बात कर रही है.

हम एक जुट रहेंगे. महाविकास आघाड़ी में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं. अयोध्या के राम मंदिर के बारे में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण मिला है, लेकिन यह निमंत्रण कार्ड दिखाता है कि केवल विशिष्ट राजनीतिक दल और संगठन ही इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं.पवार ने कहा कि मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद वह भगवान राम की पूजा करने के लिए अयोध्या जाएंगे.

उन्होंने कहा कि ‘भगवान राम पूरे देश के हैं, किसी एक राजनीतिक दल के नहीं. पवार ने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने राम जन्मभूमि का ताला खोलने का आदेश दिया और अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया. पवार के इस बयान से ये साबित होता नजर आ रहा है कि. बीजेपी राम मंदिर को 2024 का ट्रंप कार्ड मान रही है.

पवार का प्रहार, केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ अदालती लड़ाई लड़ेंगे
बता दें कि युवानेता व विधायक रोहित पवार को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है. रोहित पवार को 24 तारीख को पूछताछ के लिए उपस्थित होने का नोटिस दिया गया है. इस मुद्दे पर जब पत्रकारों ने शरद पवार की प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की.तो उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी के कई लोगों को ईडी का नोटिस मिला है. संजय राऊत और अनिल देशमुख को भी गिरफ्तार किया गया.

अनिल देशमुख को एक शैक्षणिक संस्थान को दान देने के आरोप में जेल हुई थी. आख़िरकार अदालत ने उन्हें बरी कर दिया. सरकार के खिलाफ लिखने के कारण संजय राऊत को जेल हुई थी. शरद पवार ने आगे कहा, ‘ईडी जैसे केंद्रीय तंत्र के हथियार का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ किया जा रहा है.

सत्ता का खूब गलत इस्तेमाल हो रहा है. सरकारी नीतियों से सहमत नहीं होनेवाले लोगों को लक्षित करने और निर्वासित करने के लिए एक कार्यक्रम चल रहा है. उन्होंने यह भी कहा अकेले रोहित पवार की समस्या नहीं है. यह सभी विरोधियों का है. इसलिए अदालत में लड़ाई लड़ना हम पर निर्भर है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे