सऊदी अरब ने ‘भूख से तड़प रहे’ अफगानिस्तान को भेजी रसद

0
720
Food crisis in Afganistan: UNICEF

भुखमरी से तड़प पर अफगानिस्तानी अवाम की मदद को सऊदी अरब ने दो विमानों से जरूरी रसद की मदद भेजी है। तालिबान द्वारा अगस्त में संकटग्रस्त देश पर नियंत्रण करने के बाद से यह पहली ऐसी मदद है, जिससे वहां के लोगों को कुछ वक्त तक राहत मिल सकेगी। (Saudi Arabia ‘Starving’ Afghanistan)

आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी ने कहा कि सऊदी हुकूमत से संचालित किंग सलमान मानवीय सहायता और राहत केंद्र (केएस रिलीफ) ने 65 टन से ज्यादा रसद की मदद भेजी, जिसमें 1647 खाद्य टोकरियां शामिल हैं।

केंद्र के पर्यवेक्षक जनरल अब्दुल्ला अल-रबियाह ने कहा कि सऊदी अरब से कुल छह विमान अफगानिस्तान को 197 टन से ज्यादा खाद्य आपूर्ति की मदद पहुंचाएंगे।

उन्होंने कहा कि सहायता पड़ोसी देश पाकिस्तान से 200 ट्रकों से भी पहुंचाई जाएगी।

खाड़ी के अरब देशों ने मंगलवार को रियाद में एक शिखर सम्मेलन के दौरान “अफगान लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों को संगठित करने में योगदान देने” पर सहमति जताई। (Saudi Arabia ‘Starving’ Afghanistan)

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अफगानिस्तान के 3 करोड 80 लाख लोगों में आधे से ज्यादा भुखमरी का सामना कर रहे हैं। सर्दियों में लाखों लोगों को रहने के साथ भुखमरी से लड़ने को मजबूर होना पड़ रहा है।

1996 और 2001 के बीच पिछली तालिबान सरकार ने जब इस्लामी कानून सख्ती से लागू किया गया था, तब सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और पाकिस्तान सहित तीन देशों में से एक था, जिसने तालिबान सरकार को मान्यता दी थी।

इस बार अमेरिका समर्थित सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद सत्ता में लौटने के बाद से तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय मान्यता और प्रतिबंधों को समाप्त करने की कोशिश में उदार चेहरा दिखाने की कोशिश की है। (Saudi Arabia ‘Starving’ Afghanistan)

यही वजह है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने मानवीय सहायता को प्रवेश करने में सक्षम बनाने के लिए अफगानिस्तान पर प्रतिबंधों में कुछ छूट दी है। जबकि तालिबान मान्यता के लिए अभी जूझ ही रहा है।


यह भी पढ़ें: 10 लाख अफगानी बच्चों के भूखे मरने की नौबत


(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here