द लीडर. वह अपने वालिद लईक अहमद जमाली के पर्दा फरमाने के बाद जब रामपुर की प्रमुख दरगाह हाफिज शाह जमालुल्लाह के सज्जादानशीन बनाए गए तो उनकी उम्र ज्यादा नहीं थी. नौजवानी की दहलीज पर ही कदम रखा था लेकिन इसके बावजूद इस बड़ी मजहबी जिम्मेदारी को उन्होंने बाखूबी संभाला. बतौर सज्जादा उनका दायरा बढ़ा तो विवाद खड़े होने लगे.
जब मुहल्ला बाजोड़ी टोला स्थित दरगाह का उर्स-मेला किला मैदान में लगने लगा तो यह बात समाजवादी के फायर ब्रांड नेता मुहम्मद आजम खां को नागवार गुजरी. इसे लेकर तकरार हुई. तब आजम खां अपनी बातचीत में सज्जादानशीन की चार शादियों का जिक्र भी चटखारे लेकर किया करते थे. शरीयत का हवाला देते हुए सज्जादानशीन की तरफ से जवाब भी करारे अंदाज में दिया जाता था.
यही सज्जादानशीन नवाब खानदान के चश्म-ओ-चिराग काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां से भी टकरा गए. सज्जादानशीन पर इल्जाम लगा कि उन्होंने नवाब खानदान के अहम शख्सियत की कब्रों से बेशकीमती पत्थर उखाड़कर बेच दिए हैं. नवाब कल्बे अली खां की कब्र भी दरगाह स्थित कब्रिस्तान में है. विवाद लंबा चला लेकिन, हाफिज साहब की दरगाह के सज्जादानशीन कमजोर नहीं पड़े.
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वक्फ बोर्ड में उनकी सज्जादगी को भी चेलैंज किया गया. इसका सामना भी निडरता से किया. अपने तकरीर और बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहे. जब कभी इस्लाम पर वार हुए तो आंदोलनों में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. यहां तक सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शनों में वह आगे खड़े दिखाई दिए.
किसान, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर बैठे तो इस आंदोलन को भी उनकी तरफ से हिमायत की गई. अब जब पुलिस ने 21 दिसंबर 2020 को रामपुर में सीएए-एनआरसी के खिलाफ हुए बवाल में हाफिज साहब के सज्जादानशीन समेत पांच प्रमुख उलमा को नोटिस थमाया तो चार के पुलिस के सामने बयान हो गए. सज्जादानशीन के नहीं हुए.
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आखिरकार इसी मामले का मुख्य साजिशकर्ता मानते हुए हाफिज साहब की दरगाह के सज्जादानशीन शाह फरहत अहमद जमाली को आज (शनिवार) को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया.
इससे पहले कथित तौर पर एक महिला से बात करते हुए उनका ऑडियो भी वायरल हो रहा है, करीब साढ़े चार मिनट की क्लिपिंग में महिला आइ लव यू तो जवाब में आइ लव यू टू की आवाज भी सुनाई दे रही है.
इसे लेकर भी तमाम तरह की बातें हो रही हैं. आल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के मुखिया मौलाना तौकीर रजा खां ने शनिवार को सज्जादानशीन की गिरफ्तारी के विरोध और किसान आंदोलन के समर्थन में अपनी गिरफ्तारी देने का ऐलान कर दिया है.
इस बीच पत्रकारों से बातचीत में मौलाना ने कहा कि सज्जादानशीन का चरित्रहनन करने को साजिशन ये ऑडियो वायरल किया गया. फिर अगर इस ऑडियो में कोई सच्चाई है तो, तो शरीयत के मुताबिक उस पर कार्रवाई की जाएगी.