दमन से वॉल्वो कार बरामद : सचिन वजे ने किया था इस्तेमाल

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मुंबई | उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर भारी विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो मिलने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच जारी है। एंटीलिया मामले में हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जांच एजेंसी एटीएस ने दमन में एक एसयूवी वोल्वो बरामद की है जिसका सीधा संबंध सचिन वाजे से है।

दमन से वॉल्वो कार हुई बरामद

एंटीलिया मामले से जुड़े मनसुख हिरेन हत्या केस में महाराष्ट्र ATS को नया सबूत मिला है। मंगलवार को ATS को दमन में एक गाड़ी मिली है।  इस गाड़ी का इस्तेमाल महाराष्ट्र पुलिस के अफसर सचिन वाजे ने किया था।दमन से जो वॉल्वो कार मिली है उसकी तलाश एनआईए की टीम भी कर रही थी। ऐसे में अब इस गाड़ी को जब्त कर लिया गया है, साथ ही आगे की जांच शुरू कर दी गई है।

कथित तौर पर फेक आधार कार्ड का इस्तेमाल

NIA ने सोमवार को उस फाइव स्टार होटल की तलाशी ली, जहां मुंबई क्राइम ब्रॉन्च के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे गिरफ्तारी से पहले ठहरे थे। इस दौरान एजेंसी को पता चला कि वाजे कथित तौर पर फेक आधार कार्ड का इस्तेमाल कर होटल में बुकिंग की थी, जिसमें एक फर्जी नाम के साथ उनकी तस्वीर लगी हुई थी।

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एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक टीम ने नरीमन पॉइंट के ट्राइडेंट होटल के एक कमरे में तलाशी ली, जहां वाजे 16 फरवरी से 20 फरवरी तक ठहरे थे।  मुंबई पुलिस के अधिकारी ने कहा कि वाजे के होटल में फर्जी आईडी से ठहरने की तारीखें उस समय के साथ मेल खाती हैं, जब वाजे एक ऐसी टीम का हिस्सा थे, जिसने लाइसेंस शर्तों का उल्लंघन के लिए रात में मुंबई में कई जगहों पर छापा मारा था। वाजे ने उन तारीखों के दौरान मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में भी काम किया।

बरामद की गई डायरी में वसूली की जानकारी
NIA को CIU आफिस में सर्च के दौरान जो डायरी मिली है, वो वसूली रैकेट को लेकर बेहद अहम है। इस डायरी में पैसे के लेन-देन की बात कोड वर्ड में लिखी हुई है। NIA को शक है कि कोडवर्ड में जो नाम और रकम लिखी हुई है वो रेस्तरां, पब और कुछ कारोबारियों से वसूले गए थे। इस डायरी में जो डिटेल्स लिखी हुई है, वो जनवरी से अभी तक की है। इसी समय वसूली किये जाने का जिक्र मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने भी अपनी चिट्ठी में किया है। इस डायरी में होटल, पब और कारोबारियों के नाम के आगे रेडकार्ड भी लिखा गया है, कुछ बुकी से भी वसूली का जिक्र इस डायरी में है।

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डायरी में कुछ लॉटरी वालों और सट्टे-मटका वालों के नाम भी लिखे गए हैं, जिनके आगे पैसों का जिक्र भी है, जांच में खुलासा हुआ है कि सचिन वाजे खुद वसूली नही करता था, उसके नाम पर इसके कुछ करीबी क्रिमिनल उगाही कर रकम आगे इसे पहुंचाते थे।

एनआईए अधिकारियों का कहना है कि अभी मुख्य फोकस जिलेटिन की छड़े कहां से उपलब्ध हुई, इसकी तफ़्तीश की जा रही है, कुछ जानकारियां मिली हैं लेकिन जांच के चलते अभी ज्यादा नहीं बता सकते।

हिरेन की पत्नी का बयान दर्ज किया

13 मार्च को गिरफ्तार सचिन वाजे को 48 वर्षीय ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत मामले में भी आरोपी बनाया गया है। NIA की टीम हिरेन की पत्नी विमला के घर उनका बयान लेने भी पहुंची थी। हिरेन के भाई विनोद ने बताया कि NIA ने घर आकर हमें अपनी जांच की स्थिति बताई और सूचित किया कि वे एटीएस से सारी जानकारी लेंगे। अब तक मेरे भाई की हत्या के मामले में आधिकारिक रूप से मामला दर्ज नहीं हुआ है। उन्होंने हमें बताया कि वे मामले की अधिक जानकारी के साथ अगले दो दिनों में हमसे मिलने आएंगे। वे थोड़े समय के लिए रुके और चले गए।

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