द लीडर। रूसी हमले के मद्देनजर यूक्रेन की संसद ने नेशनल इमरजेंसी घोषित कर दी है। इमरजेंसी के ऐलान के साथ ही यूक्रेन ने अपने 30 लाख लोगों को तुरंत ही रूस छोड़ने को कहा है। इससे पहले रूस ने बुधवार को यूक्रेनी बैंकों और रक्षा, विदेश, आंतरिक सुरक्षा जैसी अहम वेबसाइट पर साइबर अटैक किया। इसपर यूक्रेन के डिप्टी पीएम फेदोरोव ने कहा कि, रूस को मुंहतोड़ जवाब देंगे।
वहीं बुधवार देर रात यूएन जनरल असेंबली की मीटिंग के दौरान अमेरिका ने वॉर्निंग दी कि, अगर रूस ने यूक्रेन में घुसपैठ की तो इसके भयानक परिणाम होंगे। यूएन में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ने कहा- अगर रूस ने अपना रास्ता नहीं बदला और यूक्रेन में घुसपैठ की तो वहां से 50 लाख लोगों को बेघर होना पड़ेगा। दुनिया के सामने एक और रिफ्यूजी संकट खड़ा हो जाएगा।
उधर, यूक्रेन के दो राज्यों को अलग देश घोषित करने के बाद रूस ने कीव में मौजूद अपनी एम्बेसी को खाली करना शुरू कर दिया है। रूस के खिलाफ रणनीति तय करने के लिए यूरोपीय यूनियन की आज बेहद अहम मीटिंग हो रही है।
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तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयब एर्दोआन ने बुधवार को फोन पर पुतिन से बातचीत की। एर्दोआन के ऑफिस से जारी बयान के मुताबिक- तुर्की ने पुतिन से कहा है कि, जंग से कोई मसला हल नहीं होगा और हम यूक्रेन के खिलाफ उठाए किसी कदम का समर्थन नहीं करेंगे।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने क्या कहा ?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा- हमने कभी ये नहीं कहा कि रूस बातचीत नहीं करना चाहता, लेकिन ये भी तय है कि हम किसी भी कीमत पर अपने हितों से समझौता नहीं करेंगे। पुतिन ने देश के नाम एक वीडियो मैसेज जारी किया। कहा- अपने हितों से हम कतई और कोई समझौता नहीं करेंगे। अगर दिक्कतें हैं तो बातचीत करने में हर्ज नहीं है।
6 देशों ने लगाया रूस पर प्रतिबंध
अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जापान, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। यूक्रेन के दो प्रांत लुहांस्क और डोनेट्स्क पर भी पाबंदियां लगाई गई हैं। कनाडा ने बुधवार सुबह रूस के बैंकों पर प्रतिबंध लगाए। इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने पुतिन के शीर्ष सलाहकारों पर यात्रा और उनके वित्तीय लेनदेन पर बैन लगाया। जापान ने लुहांस्क और डोनेट्स्क के लोगों का वीजा सस्पेंड करने का फैसला लिया है।
बाइडन बोले- इसके लिए रूस अकेला जिम्मेदार
एक तरफ जहां रुस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि, इस हमले से होने वाली मौतों और तबाही के लिए रूस अकेला जिम्मेदार है। अमेरिका और उसके सहयोगी एकजुट और निर्णायक तरीके से जवाब देंगे। दुनिया इसके लिए रूस को जवाबदेह ठहराएगी।
इधर, रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने नाटो को धमकी दी है कि, अगर यूक्रेन का साथ दिया तो नतीजे भुगतने होंगे। हालांकि, पुतिन ने साफ कर दिया है कि, उनका यूक्रेन पर कब्जा करने का इरादा नहीं है। रूसी राष्ट्रपति का कहना है कि, यूक्रेनी सेना हथियार डाले और वापस जाए।
इस वक्त यूएन में रूस यूक्रेन के मुद्दे पर मीटिंग चल रही है, ऐसे में पुतिन की कार्रवाई पर जवाबी कदम उठाया जा सकता है। पुतिन ने कहा है कि, यूक्रेन में (विशेष मिलिट्री ऑपरेशन की) हमारी योजनाओं में यूक्रेन के क्षेत्र पर कब्जा करना शामिल नहीं है।
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