द लीडर : इनक्रेडिबल वर्ल्ड ने बच्चों से जुड़ी एक किताब में पैगंबर-ए-इस्लाम का मनगढ़ंत फोटो प्रकाशित किया था. रजा अकादमी के भारी विरोध के बाद प्रकाशन ने अपनी किताब से वो तस्वीर हटा ली है. और इसके प्रकाशित होने पर खेद जताया है. बुधवार को रजा अकादमी के महासचिव मुहम्मद सईद नूरी ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें प्रकाशान के इस कदम का जिक्र किया है. (prophet Image Incredible World Book Raza Academy)
इनक्रेडिबल वर्ल्ड बच्चों ने सामुदायिक इतिहास से जुड़ी जानकारी देने वाली सीरीज के अंतर्गत अन्य धर्मगुरुओं के साथ पैगंबर-ए-इस्लाम का फोटो छापा था. मुस्लिम समाज का विरोध ये था, कि पैगंबर साहब का कोई चित्र ही नहीं है. यहां तक कि किसी धार्मिक किताब में भी उनकी तस्वीर नहीं आई है.
अकादमी ने उत्तर प्रदेश सरकार से भी ये तस्वीर हटवाए जाने की मांग की थी. प्रकाशक से भी कहा था कि अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसलिए प्रकाशक ने स्वयं ही ये तस्वीर हटा ली है.
Raza Academy strongly condemn the blasphemous print by Brilliant book of publishing picture of our Prophet.
Demand roll back of all books and unconditional apology if not then we route towards legal action@myogiadityanath @UPCMOffice @Uppolice @UPGovt #RazaAcademy pic.twitter.com/Hnp5QATJ9U— Raza Academy (@razaacademyho) April 1, 2021
पिछले दिनों राजस्थान बोर्ड की 12वीं कक्षा की एक किताब में इस्लाम और मुसलमानों के बारे में गलत तथ्य प्रकाशित किए जाने को लेकर भी अकादमी ने विरोध दर्ज कराया था. उस किताब में मुसलमानों को सीधे आतंकवाद का पर्याय करार दिया गया था. बाद में प्रकाशक के खिलाफ केस दर्ज हुआ और उन्होंने किताबों की बिक्री पर रोक लगा दी थी.
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हाल ही में पैगंबर-ए-इस्लाम पर अभद्र और अमर्यादित टिप्पणी किए जाने का घटनाक्रम सामने आया है. जिसको लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश है. गाजियाबाद के डासना स्थित शिव शक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने ये टिप्पणी की है. रजा अकादमी ने मुंबई में नरसिंहानंद के खिलाफ केस दर्ज कराया है.