द लीडर : रामपुर सांसद आजम खान की रिहाई को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) कैंपस में इंसाफ मार्च निकालने वाले छात्रनेता रविवार को आजम खान के घर पहुंचे. उनकी बीवी शहर विधायक डॉ. तजीन फातिमा से मुलाकात की. और ये भरोसा दिलाया कि आजम खान की रिहाई तक, एएमयू बिरादरी आवाज उठाती रहेगी. समाज उनके हक में दुआएं कर रहा है. (Release MP Azam Khan)
एएमयू के छात्रनेता फरहान जुबैरी, मुहम्मद जुनैद, मिस्बाह मिंटोई और शारिक ठाुकर मिंटोई रविवार को रामपुर स्थित आजम खान के घर गए. जुबैरी ने कहा कि आजम खान एएमयू के पुरातन छात्र हैं. हमारे सीनियर और बुजुर्ग हैं. उनके हक में आवाज उठाना, बतौर अलीग बिरादरी हमारा फर्ज है. जिसे हम निभा रहे हैं. छात्र नेताओं ने आजम खान की सेहत का हाल जाना.
पिछले दिनों एएमयू के छात्रों ने आजम खान की रिहाई को लेकर कैंपस में इंसाफ मार्च निकाला था. और राष्ट्रपति व राज्यपाल को संबोधित एक मांग पत्र प्रशासन को दिया था. जिसमें आजम खान की रिहाई की अपील थी.
वहीं, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में समाजवादी पार्टी के युवाओं नेताओं ने आजम खान की रिहाई को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. छात्रनेता अदील हमजा साहिल, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह के नेतृत्व में छात्रों और आजम खान के चाहने वालों ने उनके हक में आवाज उठाई.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने कहा कि शिक्षा का मंदिर बनाने वाले आजम खान के साथ अन्याय नहीं सहेंगे. उन्होंने मांग उठाई कि सरकार उनके खिलाफ अत्याचार करना बंद करे. और मानवता के आधार पर उन्हें रिहा करे.
सपा यूथ फ्रंटल संगठन आजम खान के मुद्दे पर मुखर हो रहे हैं. और जल सत्याग्रह से लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं.
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दरअसल, एएमयू में निकाले गए इंसाफ मार्च से आजम खान का परिवार खुश हुआ. और इसके बाद डॉ. तजीन फातिमा ने एक अपील की थी. वो ये कि छात्र, शिक्षाविद और हर शिक्षा प्रेमी आजम खान की रिहाई के लिए लोकतांत्रिक दायरे में रहकर आवाज उठाए.
आजम खान ने समाज के दबे, कुचले, गरीब, दलित और अल्पसंख्यकों के बच्चों को पढ़ाने की खातिर यूनिवर्सिटी बनाई है. स्कूल तामीर कराए. जहां गरीब-बेसहारा बच्चे निश्शुल्क इल्म हासिल कर रहे हैं. (Release MP Azam Khan)
आजम खान पिछले करीब डेढ़ साल से जेल में हैं. अभी उनकी तबीयत खराब है. लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा है. पिछले दिनों इलाज के दौरान की उनकी एक तस्वीर सामने आई थी. जिसमें आजम खान काफी कमजोर नजर आ रहे हैं.
इस तस्वीर ने मुस्लिम समाज ही नहीं बल्कि आजम खान के हर समर्थक को अंदर से हिलाकर रख दिया था. इसलिए क्योंकि उन्हें पहली नजर में पहचानना मुश्किल हो रहा था. (Release MP Azam Khan)
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आजम खान समाजवादी पार्टी के सांसद हैं. और रामपुर से 9 बार के विधायक रहे हैं. उनकी बीवी शहर विधानसभा सीट से विधायक हैं. जबकि बेटा अब्दुल्ला आजम स्वार सीट से विधायक रहे हैं.
आजम खान ने रामपुर में मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी तामीर कराई है. इसकी भूमि अधिग्रहण को लेकर उनके खिलाफ तमाम आरोप लगे हैं. उन पर करीब 85 से अधिक मामले दर्ज हैं. हालांकि इनमें कई में जमानत मिल चुकी है. (Release MP Azam Khan)
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रविवार को पूर्व सांसद इल्यास आजमी अपने साथियों के साथ मेदांता अस्पताल में भर्ती सांसद आजम खान को देखने पहुंचे थे. लेकिन उन्हें अस्पताल में जाने की ही इजाजत नहीं मिली.
इसको लेकर दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष जफरुल इस्लाम सवाल उठाया है. उन्होंने ने कहा-ये कितना हास्यास्पद है. वो जिन पर आतंक के आरोप हैं संसद में बैठे हैं और गोली मारों का नारा देने वाले मंत्री हैं.
How strange. Former MP Ilyas Azmi & colleagues not allowed to meet Azam Khan in Medanta Hospital Lucknow. Khan is incarcerated on petty charges for over a year and a half while a terror-accused is sitting in Parliament, garlander-of-lynchers and goli-maro-salon-ko are ministers. pic.twitter.com/f2j8bHOd9C
— Zafarul-Islam Khan (@khan_zafarul) August 1, 2021
लेकिन आजम खान, जो पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं. वो भी मामूली आरोपों में, उनसे मिलने तक की इजाजत नहीं दी जा रही है.