रमज़ान 2022: सऊदी अरब ने मस्जिदों में नमाज़ की लाइव स्ट्रीमिंग पर लगाया बैन

0
684

सऊदी प्रेस एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब के इस्लामी मामलों के मंत्रालय ने रमजान के महीने के दौरान सऊदी अरब की सभी मस्जिदों में नमाज़ के लाइव प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है। मंत्रालय का यह फैसला अप्रैल की शुरुआत में शुरू होने जा रहे पवित्र महीने के लिए जारी गाइडलाइन का हिस्सा है। गाइडलाइन के तहत मंत्रालय ने मस्जिदों में कैमरों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है, जो आमतौर पर इमामों और नमाजियों को लाइव स्ट्रीमिंग से दिखाने या रिकॉर्ड करने के लिए लाए जाते हैं। (Live Streaming In Mosques)

कई मस्जिदों में नमाज, मजहबी तकरीर और खुतबा आमतौर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लाइव प्रसारित किए जाते हैं जिससे अकीदतमंद घर पर ही सुन-देखसकें। कोविड-19 महामारी के दौरान लाइव स्ट्रीमिंग की लोकप्रियता चरम पर पहुंच गई। तमाम मुसलमान कोरोना वायरस प्रतिबंधों के चलते भीड़ से बचने के लिए लाइव प्रसारण से धार्मिक गतिविधियों को देखना ज्यादा पसंद करने लगे, कई दफा यह आदत का हिस्सा भी बनता दिखाई दिया है।

सऊदी इस्लामिक मामलों के मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इफ्तार आयोजित करने की योजना बना रहे संगठनों को मंत्रालय से अनुमति लेने को आवेदन करना जरूरी होगा। इसके अलावा जो गैर सरकारी संगठन रमजान के महीने में मस्जिदों में इफ्तार भोजन वितरित करते हैं, उन्हें भी संबंधित मस्जिदों के इमामों के साथ पहले से तालमेल बनाना जरूरी है।

मंत्रालय ने इस बात पर भी जोर दिया है कि इफ्तार पार्टियों का आयोजन करने वाले संगठनों को मंत्रालय द्वारा तय मानक का पालन करना चाहिए, जिसमें फिजूलखर्ची न हो। (Live Streaming In Mosques)

रमजान के दौरान इफ्तार भोजन मुहैया कराने के लिए एक और नियम बनाया गया है कि सरकारी लाइसेंस वाली दुकानों से सुरक्षित भोजन दिया जाए। अगर उनको इफ्तार भोजन दान में मिलेगा, तो भी उन्हें अनुमोदित दुकानों मार्फत लेना होगा। इफ्तार के प्रचार कार्यक्रम को भी मंत्रालय से लाइसेंस लेना होगा।

इसी तरह कुछ नियम उन संगठनों पर लागू होंगे, जो टेंट में इफ्तार कार्यक्रम करना चाहते हैं, उन्हें पहले नागरिक सुरक्षा से मंजूरी लेने के बाद सक्षम अधिकारियों द्वारा तय मानकों का पालन करना होगा।

मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि यह गाइडलाइन उन सभी संगठनों पर भी लागू रहेंगे, जो सीधे तौर मंत्रालय की देखरेख में नहीं हैं, लेकिन इफ्तार कार्यक्रम को अंजाम देना चाहते हैं। (Live Streaming In Mosques)


यह भी पढ़ें: रमजान 2022: यह है मक्का-मदीना का ऑपरेशनल प्लान, जानिए 4 खासियत


(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)