रमजान 2022: यह है मक्का-मदीना का ऑपरेशनल प्लान, जानिए 4 खासियत

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रमजान 2022 की तैयारी पूरी दुनिया में जाेर-शोर से चल रही है। इसमें सभी की दिलचस्पी है कि दो साल तक इस्लामिक केंद्र मक्का-मदीना में इस बार क्या होने वाला है, जब महामारी प्रोटोकॉल भी लगभग खत्म हो चुके हैं। यह इंतजार अब नहीं रहेगा, क्योंकि सऊदी अरब सरकार ने रमजान का ऑपरेशनल प्लान जारी कर दिया है। इस बार क्या-क्या होगा, इसकी हर जानकारी साफ कर दी गई है, जिसे चार खास बातों से समझा जा सकता है। (Ramadan 2022 Operational Plan)

सोमवार को सऊदी अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर मक्का और मदीना की दोनों पवित्र मस्जिदों के लिए रमजान 2022 के ऑपरेशनल प्लान का ऐलान किया। हरमैन शरीफैन के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के अनुसार, ऑपरेशनल प्लान की चार खासियत हैं।

पहली है मताफ की सीमा, जो उमरा करने वालों तक सीमित है। हरमैन शरीफैन का कहना है कि मताफ केवल उन तीर्थयात्रियों तक सीमित होगा जिनके पास उमरा परमिट है। हालांकि, तवाफ अल-नफ्ल (स्वैच्छिक तवाफ) मस्जिद अल हरम की पहली मंजिल पर किया जा सकता है। हरम मस्जिद की पहली मंजिल व्हीलचेयर वाले तीर्थयात्रियों के लिए आरक्षित है। (Ramadan 2022 Operational Plan)

दो साल बाद मस्जिद अल-हरम और नबवी में एतिकाफ भी फिर से शुरू हो रहा है। दो साल पहले, सऊदी अरब सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एतिकाफ के साथ-साथ तरावीह पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।

दोनों पवित्र मस्जिदों के मामलों की जनरल प्रेसीडेंसी ने ग्रैंड मस्जिद में इबादत के लिए पांच जगह तय की हैं, जिसमें पूर्वी आंगन और खास जरूरतों वाले अकीदतमंदों के लिए स्पेशल एरिया है।

इसके अलावा ऑपरेशनल प्लान में दोनों पवित्र मस्जिदों में रोजा खोलने और बच्चों की कड़ी निगरानी के लिए बंदोबस्त किया गया है।

इससे पहले जनरल प्रेसीडेंसी COVID-19 महामारी के चलते दो साल के निलंबन के बाद मस्जिद अल-हरम और मस्जिद अल नबवी में इफ्तार की वापसी का ऐलान पहले ही कर चुकी है। (Ramadan 2022 Operational Plan)

प्रेसीडेंसी ने कहा है कि अधिकारी उन मेहमानों के लिए भोजन मुहैया कराएंगे जो अपना रोजा खोलेंगे। ये भोजन हर किसी को अलग-अलग दिया जाएगा, जिसका मतलब यह भी है कि ग्रुप में हर किसी को पानी और खजूर अलग-अलग मिलेगा और उन्हें साझा नहीं करना है। आगंतुकों को मस्जिद के परिसर या बाहर से भोजन लाने की परमीशन नहीं है।

रमजान ऑपरेशनल प्लान को जारी करने के लिए आयोजित खास समारोह में दोनों मस्जिदों की जनरल प्रेसीडेंसी के प्रमुख शेख अब्दुर्रहमान अल-सुदैस ने कहा कि योजना में COVID-19 के प्रसार को रोकने के जरूरी एहतियात का पालन करते हुए आगंतुकों को मस्जिदों में बेहतरीन सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश है।

अल-सुदैस ने कहा कि तकरीबन 12 हजार लोग रमजान के दौरान आने वाले तीर्थयात्रियों की सेवा करेंगे, जिसमें डिजिटल सेवाओं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए मदद करना खास होगा। कई भाषाओं में जानकारी मुहैया कराने को एआई रोबोट और तीन दर्जन से ज्यादा एक्सपर्ट हर वक्त मौजूद होंगे।


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