द लीडर | सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह से किसी भी प्रकार की मुलाकात का खंडन किया है. योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ओम प्रकाश राजभर ने फिलहाल भाजपा के साथ जाने या फिर कोई सहयोग देने से साफ इन्कार कर दिया है. उनके प्रवक्ता ने भी अमित शाह के साथ वायरल हो रही ओम प्रकाश राजभर की फोटो को पुराना बताया है.
राजभर ने साफ की स्थिति
राजभर ने कहा कि वो समाजवादी पार्टी के साथ थे और उसी के साथ रहेंगे. बीजेपी के साथ जाने की खबरें झूठी हैं. उन्होंने कहा कि वो किसी बीजेपी नेता से नहीं मिले. इसके अलावा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने खारिज कर दिया. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने की खबर निराधार है, पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ थी, है और रहेगी!’
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने की खबर निराधार है, पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ थी,है और रहेगी !
— Piyush Mishra (@PMLUCKNOW) March 19, 2022
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28 मार्च को एक कार्यक्रम में साथ होंगे अखिलेश और राजभर
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि मैं तो अखिलेश यादव के साथ हूं और 25 मार्च को लखनऊ में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भी मैं मंच पर नहीं रहूंगा. हम तो सपा से मिलकर 2024 का चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हमने गाजीपुर के जहूराबाद में 28 मार्च को एक कार्यक्रम रखा है. इस कार्यक्रम के मंच पर हमारे साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी रहेंगे.
पूर्वांचल में राजभर का है काफी प्रभाव
जानकारों का कहना कि पूर्वांचल क्षेत्र में लोकसभा की करीब 26 सीटें ऐसी हैं, जहां राजभर समाज का प्रभाव है. वहीं, 14 लोकसभा सीटें तो ऐसी हैं जहां पर राजभर समाज का वोट नतीजों पर निर्णायक रहता है. ऐसे में यह भाजपा के लिए 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अहम हैं. इसलिए बीजेपी के शीर्ष नेता बीते कुछ दिनों के भीतर दो बार ओपी राजभर से मुलाकात कर चुके हैं.
2017 के चुनाव में बीजेपी के साथ थे राजभर
बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में राजभर की पार्टी ने बीजेपी गठबंधन के साथ मिलकर विधान सभा चुनाव लड़ा था. हालांकि बीच में ही राजभर का बीजेपी से मन भर गया और उन्होंने एनडीए गठबंधन छोड़ दिया. इस साल हुए यूपी विधान सभा चुनाव में राजभर ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा. राजभर की पार्टी ने में 6 सीटों पर जीत हासिल की है.
बीजेपी ने बहुमत से जीता चुनाव
बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को यूपी चुनाव में प्रचंड जीत मिली. बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 403 में से 273 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की. ओमप्रकाश राजभर सपा के साथ गठबंधन में शामिल थे, उसे 125 सीटों से संतोष करना पड़ा.