रायबरेली देसी शराब मामला: अब तक 9 लोगों की मौत, दो दर्जन से अधिक अस्पातल में भर्ती, अफसरों पर गिरी गाज

द लीडर। रायबरेली में देसी शराब से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 2 दर्जन से अधिक लोग अभी भी भर्ती हैं। पुलिस ने गांव को छावनी में तब्दील किया है। जिला आबकारी अधिकारी पर कार्रवाई की है। वहीं महराजगंज कोतवाल समेत 6 लोगों पर अब तक कार्रवाई हुई है। देशी शराब की दुकान का मालिक अभी भी फरार है। और शराब सेल्समैन भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।

पहाड़पुर गांव जहरीली शराब का तांडव

ये मामला महराजगंज कोतवाली के पहाड़पुर गांव का है। जहां कल देर शाम गांव में एक साथ 6 चिताएं जली हैं। यूपी में चुनावी माहौल के बीच जहरीली शराब ने तांडव मचाया है। मंगलवार की देर शाम से शुरू हुई मौत का सिलसिला बुधवार की दोपहर तक जारी रहा। दो दर्जन से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब है। सभी को सीएचसी से रेफर किया गया है।


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जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव समेत पुलिस व प्रशासन के आलाधिकारी गांव पहुंच कर जांच में जुट गए। जिला प्रशासन ने इस मामले में आबकारी निरीक्षक और एक सिपाही को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा जिला आबकारी अधिकारी राजेश्वर मौर्य को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।

अब तक 9 लोगों की हुई मौत

एडीएम प्रशासन ने बताया कि, पहाड़पुर स्थित सरकारी शराब के ठेके पर जहरीली शराब पीने से अब तक नौ लोगों की मौत हो गयी है। पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि, इस ठेके का लाइसेंस धीरेंद्र सिंह के नाम है। उन्होंने बताया कि, ठेके पर मंगलवार देर शाम कुछ लोगों ने शराब खरीद कर पी थी।

उन्होंने बताया कि, अब तक नौ लोग की मौत हो चुकी है। कुछ अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। जहरीली शराब पीकर मरने वालों में पंकज (28), सरोज (40), रामसुमेर (40), गजोधर (46), वंशिलाल (50), सुखरानी (60) और चंद्रपाल (50) समेत दो अन्य के अब तक मरने की आधिकारिक सूचना मिली है। जबकि कुछ अन्य लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

ग्रामीणों के मुताबिक, मंगलवार की देर शाम पहाड़पुर स्थित एक देशी शराब के ठेके से शराब खरीदकर पीने से लोगों की हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर परिजन और अन्य लोग बीमारों को अस्पताल लेकर भागे। देर रात महाराजगंज सीएचसी लेकर गए। जहां कई लोगों ने दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि, मौत की संख्या और बढ़ सकती है।

गांव में पसरा मातम

स्थानीय निवासी रानी ने बताया कि, ख़ुशी का मौका था तो सभी को शराब बिना कार्यक्रम अधूरा लगा, जिसके बाद रिश्तेदारों और परिवार के लोगों ने गांव के ही सरकारी ठेके से शराब मंगा कर पी। शराब पीते ही लोगों की तबीयत ख़राब होने लगी, फिर सभी को अस्पताल पहुंचाया जाने लगा।

रानी के परिवार में उनकी चाची सास सुखरानी समेत तीन लोगों की मौत हुई। मरने वालों में दो बाहर से आए रिश्तेदार थे।

इससे पहले भी घट चुकी घटना

जहरीली शराब से हुई मौतों जिम्मेदार चेत नही रहे है। इसके पहले भी 5 वर्ष पूर्व बछरावां में जहरीली शराब पीने से आधा दर्जन लोगों की मौत हुई थी। घटना को लेकर लोगों में काफी आक्रोश भी था। पुलिस प्रशासन भी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली थी। अब देखना है की इस मामले पर प्रशासन का क्या कार्रवाई करता है।


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indra yadav

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