पिछले साल की तरह इस बार भी इजरायल और फिलिस्तीन के बीच गंभीर तनाव का माहौल है। रमजान के महीने में ही दर्जनभर फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं, जबकि दर्जनों घायल हुए हैं। तनाव के चलते दोनों ओर से अनौपचारिक युद्ध के हालात पैदा हो चुके हैं। इस बीच रूसी समाचार एजेंसी आरआईए के हवाले से खबर आई है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन हर मंच पर फिलिस्तीन का समर्थन करेंगे। इस सिलसिले में पुतिन और अब्बास ने सोमवार को फोन कॉल पर यरूशलम में तनाव पर चर्चा की। (Putin Will Support Palestine)
फ़िलिस्तीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी वफ़ा के अनुसार, पुतिन ने “फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों के लिए रूस के पुरजोर समर्थन देने की बात कही और वादा किया कि रूस सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर फ़िलिस्तीनी हक का समर्थन करना जारी रखेगा, जिसमें इस बात पर जोर होगा कि इजरायल यरूशलम और अल अक्सा मस्जिद में क्या कर रहा है।”
वफ़ा के अनुसार, रूसी नेता पुतिन ने उन इज़रायली प्रथाओं को भी खारिज कर दिया जो इबादत करने वालों को अल-अक्सा मस्जिद में स्वतंत्र रूप से प्रवेश से रोकते हैं।” उन्होंने कहा कि इज़राइल को पवित्र स्थल पर “मौजूदा ऐतिहासिक यथास्थिति का सम्मान” करना चाहिए। (Putin Will Support Palestine)
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फिलिस्तीनी प्राधिकरण को उम्मीद है कि रूस उसके और इज़राइल के बीच मध्यस्थता में एक केंद्रीय भूमिका निभाएगा, क्योंकि मास्को लंबे समय से फिलिस्तीनी मामलों को करीब से जानता रहा है।
वफ़ा के अनुसार, अब्बास ने अल-अक्सा मस्जिद में “इजरायल के कब्जे वाले क्षेत्र में हथियारबंद बलों के संरक्षण में चरमपंथी इजरायलियों द्वारा रोजमर्रा की ‘घुसपैठ’ पर पुतिन को अपडेट किया।
उन्होंने बताया कि प्रतिरोध कर फिलिस्तीनियों को तितर-बितर करने के लिए इजरायली बलों ने अमानवीय किस्म की नियंत्रण कार्रवाई को अंजाम दिया। (Putin Will Support Palestine)