Power Bank App cyber crime: 400 करोड़ से ज्यादा की ठगी,दिल्ली, यूपी, बेंगलुरु में 19 पकड़े, चीन में है गैंग की जड़े

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द लीडर देहरादून।

पावर बैंक साइबर ठगी मामले में जांच का दायरा और ठगी की रकम बढ़ती ही जा रही है। दिल्ली और बेंगलुरु पुलिस के सक्रिय होने से अब तक 19 लोग पकड़ में आ चुके हैं और ठगी की 400 करोड़ तक की रकम की मनी ट्रेल को पता लग चुका है। गुजरात और दिल्ली में इस बारे में मई में ही मुकदमे दर्ज हो चुके थे। जबकि उत्तरासखण्ड और बेंगलुरु में इसी महीने दर्ज किये गए।उत्तराखंड की टीम ने पहला आरोपी कई सबूतों सहित नोएडा से उठाया था और अब एक लखीमपुर खीरी में पकड़ा है। गिरोह के तार चीन तक पहुंच रहे हैं। और अब तक 13 शेल कंपनियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है।
ठगी चलाते हुए पावर बैंक एप में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी कर करोड़ो रुपये हड़पने वाले इस अन्तराष्ट्रीय गिरोह के खिलाफ उत्तराखंड में अब तक 55 शिकायतें आ चुकी हैं। चार मुकदमें दर्ज किए गए बाकी की जांच चल रही है साथ ही आठ खातो में लगभग 30 लाख रुपये फ्रीज कराए गए हैं। पुलिस के मुताबिक साइबर अपराधियों की ओर से पावर बैंक नामक एप के माध्यम से पैसे इन्वेस्ट करने पर 15 दिन मे पैसे दोगुने करने का लालच देकर आम जनता से धनराशि जमा कराकर करोड़ो रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा रहा है।
उत्तराखंड पुलिस एडीजी प्रशासन एवं मुख्य प्रवक्ता अभिनव कुमार ने बताया कि सबसे पहले साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को पीड़ित रोहित कुमार निवासी श्यामपुर जनपद हरिद्वार तथा राहुल कुमार गोयल निवासी कनखल हरिद्वार ने शिकायत प्रेषित की थी। इसमें उन्होंने बताया कि प्ले-स्टोर से पावर बैंक नामक ऐप डाउनलोड कर भिन्न भिन्न तिथियो में क्रमशः 91200 एवं 73,000 रुपये जमा कराये गये थे, बाद में रकम वापस नहीं मिली। इसी प्रकार जनपद टिहरी गढ़वाल में भी एक अभियोग पंजीकृत है, जिसमें शिकायतकर्ता से 97000 की धोखाधड़ी की गई।
5 जून को मुकदमा दर्ज हुआ और 7 जून को पुलिस ने गिरोह के सदस्य पवन कुमार पांडेय को सी-7 एचआईजी फ्लैट, ग्रीन व्यू अपार्डमेंट सैक्टर 99 नोयडा से उ गिरफ्तार किया ।

बेंगलुरु में 13 के खिलाफ मुकदमा, 6 पकड़े गए

अभियोग में तकनीकी साक्ष्य एकत्रित किए गए तो पता चला कि आरोपियों ने धनराशि के लेनदेन के लिए अधिकांशतः RAZORPAY Wallet/Gateway औऱ payu का प्रयोग किया गया। इस संबंध में पुलिस टीम ने RAZORPAY Gateway से आरोपियों के संबंध में जानकारी देने की अपेक्षा की। बैंक/मर्चेन्ट/गेटवे एवं अन्य सम्बन्धित कंपनियों से प्राप्त विवरण का विश्लेषण किया गया तो वर्तमान तक करीब 400 करोड की धोखाधड़ी प्रकाश में आयी। ये रकम बढ़ भी सकती है।
RAZORPAY के legal Head की ओर से साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन बैंगलोर में पावर बैंक से संबंधित कम्पनियों H&S Ventures Inc, Clifford Ventures, Lorfly Technology Pvt. Ltd,Biosoft Ventures Inc, Maojaza Technology Pvt. Ltd, Divyam Infracon Pvt. Ltd, 360TEQ Software Pvt. Ltd, Centrono Solution Pvt. Ltd, Purplehues Sunny Communication Pvt. Ltd, Sachin Mapleleaf Communication (OPC) के निदेशको सहित 13 व्यक्तियो के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया। साथ ही बैंगलोर पुलिस ने प्रकरण में 06 आरोपियो की गिरफ्तारी की गयी है।

तीन आरोपियों को लाया जाएगा उत्तराखंड

पुलिस के मुख्य प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तो मे से तीन आरोपी नागाभूषण, सुकन्या और तिब्बत मूल के पेमा वांगमो उत्तराखंड के साईबर थाने पर पंजीकृत अभियोगो में भी सम्मिलित हैं। इनको शीघ्र ही रिमांड पर उत्तराखंड लाया जायेगा।

साइबर सेल दिल्ली ने 11 कर लिए गिरफ्तार

पावर बैंक नामक एप के माध्यम से ठगी के संबंध में साइबर सेल दिल्ली की ओर से भी पांच मई को ही अभियोग पंजीकृत कर लिया था। दिल्ली पुलिस की ओर से प्रकरण में अब तक एक कंपनी के निदेशक अविक केडिया और रौनक समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये उत्तराखंड वाले केस में शामिल हैं।
पावर बैंक एप के माध्यम से ठगी के संबंध में साइबर सेल गुजरात में भी एक अभियोग 29 मई को पंजीकृत किया गया है। जिसमे एसटीएफ उत्तराखंड की ओर से गिरफ्तार अभियुक्तो की संलिप्तता भी पायी गई है।
अब तक मिली हैं 55 शिकायतें
उन्होंने बताया कि प्रकरण के संबंध में समाचार पत्रो एवं सोशल मीडियो में प्रचार प्रसार होने के कारण वर्तमान तक ई-मेल एवं व्यक्तिगत रूप से विभिन्न जनपदो से अब तक छोटी एवं बड़ी धनराशि से संबंधित 55 शिकायतें प्राप्त हुयी हैं। इनमे से चार प्रकरण में मनोज चौहान निवासी हरिद्वार से 282600, आशीष मोहन निवासी हरिद्वार से 180000, प्रशान्त कुमार निवासी हरिद्वार से 471200, कुलदीप कुमार निवास हरिद्वार से 394800 की धोखाधड़ी में अभियोग पंजीकृत किये गये है तथा शेष प्रार्थना पत्रो पर जांच जारी है।

खीरी में पकड़ा एक आरोपी

पुलिस टीम ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानो में दबिशे दी। एक अभियुक्त प्रकाश बैरागी निवासी ग्राम मियांपुर बेली जनपद लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश को लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार किया गया है।

उक्त अभियुक्त प्रकरण में संलिप्त कंपनियों Maojaza Technology एवं Sumyth Pvt. Ltd का डायरेक्टर है। इसकी कम्पनी के खातो में पावर बैंक एप के माध्यम से धोखाधड़ी से लगभग 57 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है।

अभियुक्तों के खाते सीज

एडीजी ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार किए गए पवन कुमार पांडेय के बैंक खातो में लगभग 28 लाख रुपये फ्रीज कराये गए। साथ ही प्रकाश बैरागी के खातो में 50 हजार रुपये फ्रीज कराये गये।

हांगकांग में है केंद्र क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से बाहर भेजी राशि

साईबर थाने को तकनीकी विश्लेषण में धोखाधड़ी से प्राप्त कुछ धनराशि को क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से चीन भेजे जाने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। धोखाधड़ी हेतु प्रयुक्त पावर बैंक एप को Hongkong से संचालित किया जा रहा था। इस संबंध में Honkong के xiaoxiao chen और China से Lin Xhin के नाम प्रकाश में आए हैं।
प्रकरण काफी गम्भीर एवं इसमें विदेशी नागरिको/कम्पनियो के जुड़े होने के साक्ष्य प्राप्त होने के कारण राष्ट्रीय एजंसियो CBI, IB, ED आदि से भी समन्वय स्थापित कर सहयोग लिया जा रहा है। साथ ही अन्तराष्ट्रीय एजेंसियो से भी सम्पर्क स्थापित करने का प्रयास जारी है ।

ये भी हैं संदिग्ध एप

उन्होंने बताया कि इसी क्रम में वर्तमान में प्रचलित अन्य कई संदिग्ध एप के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हुई है। जो इसी प्रकार के अवैध कार्यो मे लिप्त है। इनमें मुख्यतः EZ Point, Sun factory, Lightening Power Bank, EZ Coin, Fish+ आदि सम्मिलित हैं। Fish+ नामक एप की ओर से की जा रही धोखाधड़ी से संबंधित शिकायत जनपद उत्तरकाशी निवासी व्यक्ति के माध्यम से प्राप्त हुयी है।

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