पीएम मोदी का ऐलान, लालकृष्ण आडवाणी के बाद इनको मिलेगा भारत रत्न सम्मान

0
51

द लीडर हिंदी : केंद्र सरकार ने भारत रत्न से सम्मानित की जाने वाले लोगों के नाम का ऐलान कर दिया है.वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से नवाजा जाने की खबर के बाद पीएम मोदी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, आर्थिक सुधारों के जनक पीवी नरसिम्हा राव और मशहूर कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा.

वही पीएम ने कुछ दिन पहले ही सरकार ने बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न सम्मान दिए जाने की घोषणा की थी. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा कि हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. पीएम ने आगे कहा यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है.

उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की. वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे. हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है.

पीएम मोदी ने नरसिम्हा राव के बारे में सम्मान की घोषणा के साथ लिखा कि यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधान मंत्री पीवी नरसिम्हा राव गारू को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में, नरसिम्हा राव गारू ने विभिन्न क्षमताओं में बड़े पैमाने पर भारत की सेवा की.

उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए समान रूप से याद किया जाता है. पीएम ने लिखा कि उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था.

अलर्ट मोड पर यूपी, हल्द्वानी में बवाल के बाद इन शहरों की बढ़ाई गई सुरक्षा, गश्त जारी

ट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने आगे लिखा कि प्रधान मंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण कदमों के लिए याद किया जाता है. उन्होंने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया. इससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला.

इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया.