तिरुवनंतपुरम: पिनरई विजयन ने लगातार दूसरी बार केरल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सेंट्रल स्टेडियम में आयोजित समारोह में 76 वर्षीय विजयन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. विजयन की कैबिनेट में 21 मंत्री होंगे.
Thiruvananthapuram: Pinarayi Vijayan takes oath as the Chief Minister of Kerala, being sworn in by Governor Arif Mohammad Khan. pic.twitter.com/HyWRDh9u3u
— ANI (@ANI) May 20, 2021
समारोह में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया गया था. विपक्षी कांग्रेस नीत यूडीएफ के नेता कोविड-19 की वजह से समारोह में शामिल नहीं हुए. केरल उच्च न्यायालय ने बुधवार को सरकार को निर्देश दिया था कि महामारी के मद्देनजर समारोह में सीमित संख्या में लोग भाग लें.
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एलडीएफ सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से पहले अलप्पुझा में पिनरई विजयन और मनोनीत मंत्रियों ने 1940 के दौरान हुए कामकाजी वर्ग के पुन्नापरा-वायलार आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. विजयन सबसे पहले वायलार में स्थित एक स्मारक पर गए और पार्टी कार्यकर्ताओं के नारों के बीच शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की.
हाईकोर्ट के आदेश पर सादा समारोह
दरअसल बुधवार को केरल हाई कोर्ट ने कहा था कि कोरोना महामारी को देखते हुए शपथ ग्रहण समारोह में ज्यादा लोगों को आमंत्रित नहीं किया जा सकता । सरकार यह भरोसा दिलाए कि सीमित संख्या में वह यह समारोह आयोजित करेगी तो इसकी अनुमति दी जाएगी। जिसे देखते हुए कम से कम संख्या में यह समारोह आयोजित किया गया। कोर्ट ने कहा कि असम, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में कम मेहमानों की मौजूदगी में शपथ ग्रहण समारोह किया गया है तो कोरोना के देखते हुए केरल में भी मेहमानों की संख्या को सीमित रखना चाहिए।
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शपथ समारोह में जनार्दन थे खास मेहमान
विजयन सरकार के शपथ ग्रहण में आमंत्रित 500 लोगों में सबसे ज्यादा खास मेहमान बीड़ी निर्माता जनार्दन होंगे। हाल ही में जनार्दन ने केरल सरकार को टीकाकरण के लिए 2 लाख रुपये आर्थिक मदद की थी। दान करने के बाद उनके खाते में सिर्फ 850 रुपये ही बचे हैं। मुख्यमंत्री विजयन ने जनार्दन को भी इस समारोह में आमंत्रित किया गया था।
पिनराई के मंत्रिमंडल में इन लोगों को किया गया शामिल
नये मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री को छोड़कर पुराने चेहरों में केवल जेडीएस नेता के. कृष्णनकुट्टी और एनसीपी नेता ए के शशींद्रन शामिल हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन में प्रमुख साझेदार माकपा और भाकपा ने इस बार पिछली सरकार के किसी भी मंत्री को बरकरार नहीं रखने का फैसला किया है।
पहली बार मंत्री बनने वालों में डीवाईएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विजयन के दामाद पी ए मोहम्मद रियास, माकपा के कार्यवाहक राज्य सचिव ए विजयराघवन की पत्नी आर बिंदु (दोनों माकपा), जी आर अनिल, चिंचू रानी तथा पी प्रसाद (सभी भाकपा) तथा अहमद देवरकोविल (आईएनएल) शामिल हैं।
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