UP : ऑक्सीजन की कमी के कारण गांवों में लगातार लोग मर रहे हैं-भाजपा विधायक की मुख्यमंत्री से मदद की गुहार

द लीडर : उत्तर प्रदेश के गांवों के हालात खराब हैं. पंचायत चुनाव के बाद संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. गांवों के हर दूसरे-तीसरे घर में खांसी, बुखार और जुकाम के मरीज हैं. लखीमपुर के मोहम्मदी विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह अपने जिले के गांवों के हालात ज्यादा खराब मानते हैं. उनका कहना है कि गांवों में ऑक्सीजन की कमी के कारण लगातार मौतें हो रही हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में उन्होंने जिले की स्थिति बयां करते हुए मदद मांगी है.

विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है. हम असहाय हैं और लोगों को मरता हुआ देख रहे हैं. पत्रकार, नेता, शिक्षक, वकील, समाजसेवी और आम इंसान. सब इसका शिकार बन रहे हैं. ऐसा कोई गांव नहीं है, जो कोरोना की चपेट में न हो.

लखीमपुर जिले में ऑक्सीजन की भारी कमी है. इसी के अभाव में ज्यादा मौतें हो रही हैं. तहसीलों के सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोग मरते जा रहे हैं.


लखीमपुर : भाजपा विधायक की डीएम से हाथ जोड़कर गुहार, ऑक्सीजन के अभाव में लोगों को मरता मत छोड़िए


सभी विधायकों द्वारा अपनी विधायक निधि से विधानसभाओं में 10-10 कंसंट्रेटर्स की मांग की जा चुकी है. लेकिन वो भी उपलब्ध नहीं हुई. सरकार और प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पा रही है. इसमें सहयेाग करें.

इससे पहले गोला विधानसभा सीट से विधायक अरविंद गिरि भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर जिले में हो रहीं मौतें से अवगत करा चुके हैं. उन्होंने डीएम से हाथ जोड़कर विनती की थी कि गोला में 25-30 बेड, ऑक्सीजन का इंतजाम करा दें. और उनके लोगों को इस तरह मरता हुआ न छोड़ें.

 

बीते गुरुवार को डीएम को लिखे पत्र में विधायक अरविंद गिरी ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी के चलते उनके दर्जनों परिचितों की मौत हो चुकी है. और ये क्रम लगातार बना है.


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लखीमपुर के विधायक लगातार जिला प्रशासन और शासन से अपने क्षेत्र के लिए मदद मांग रहे हैं. जिससे जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है. अरविंद गिरी के बाद अब लोकेंद्र प्रताप सिंह का पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. और लोग राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रश्न उठा रहे हैं. इस तर्क के साथ कि जब विधायकों को इस तरह गुहार लगानी पड़ रही है तो आम जनता का हाल क्या होगा.

Ateeq Khan

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