जब जिंदा शख्स का बना दिया डेथ सर्टिफिकेट, ऐसे खुला राज, परिजनों ने किया हंगामा

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पटना। देश में कोरोना का कहर और श्मशान घाट पर लग रही लंबी लाइन इस कदर बढ़ रही है कि हर कोई खौफ में है. इसी लाइन में लगा एक परिवार उस वक्त अवाक रह गया, जब उसने मृत शख्स का आखिरी बार चेहरा देखने की कोशिश की. पीपीई किट में लिपटा शव उस शख्स का था ही नहीं, जिसका वो अंतिम संस्कार करने पहुंचे थे.

PMCH की लापरवाही का बड़ा मामला

बता दें कि, पूरा मामला पटना के उस सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच का है, जहां कोरोना से सबसे बड़ी लड़ाई लड़ी जा रही है. यहां कोरोना के खिलाफ लड़ाई कम, लापरवाही ज्यादा देखने को मिल रही है. लापरवाही इस कदर की जीवित व्यक्ति का डेथ सर्टिफिकेट बनाया जा रहा है. और परिजन को शव भी सौंप दिया जा रहा है.

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जिंदा व्यक्ति का बना दिया डेथ सर्टिफिकेट

वह तो गनीमत रही कि, दाह संस्कार के समय राज खुल गया. और अस्पताल की लापरवाही सामने आ गई. बता दें, पटना जिले के बाढ़ के मोहमदपुर में रहने वाले चुन्नू कुमार का दिसम्बर 2020 में पैर टूट गया था. उसके बाद से वो अपने घर में इलाज करवा रहे थे. 9 अप्रैल को उनकी घर पर तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें पटना के पीएमसीएच लाया गया. जहां डॉक्टर ने ब्रेन हेमरेज होने की बात कही थी, फिर परिजनों ने 9 अप्रैल को पीएमसीएच में भर्ती कराया.

कोरोना के खिलाफ लड़ाई कम, लापरवाही ज्यादा

एडमिट होने के वक्त मरीज का कोरोना टेस्ट कराया गया, जो पॉजिटिव आ गया. उसके बाद मरीज चुन्नू कुमार को कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया. उस वार्ड में परिजनों को जाने नहीं दिया जाता है. वहीं डॉक्टरों ने शनिवार तक सेहत में सुधार की बात भी कही, लेकिन रविवार की सुबह 10 बजे बताया गया कि मरीज की स्थिति खराब हो गई है.

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फिर एक घंटे बाद उन्हें मृत बताकर अस्पताल ने आनन-फानन में डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया. और शव को पैक कर परिजन को सौंप दिया. इसके बाद बांस घाट पर अंतिम संस्कार की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई. चुन्नू कुमार के बेटे ने मुखाग्नि देने के वक्त अपने पिता का चेहरा देखने की बात कही, फिर जब मुंह से कपड़ा हटाया गया तो देखा कि वो उसके पिता नहीं हैं.

परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा

आनन-फानन में लाश को फिर पीएमसीएच लाया गया. और उस लाश को पोस्टमार्टम रूम में रख दिया गया. चुन्नू के परिजन परेशान हो गए कि उनके मरीज की लाश कहां है? फिर कोरोना वार्ड पहुंचे और जहां पता चला कि चुन्नू सही सलामत हैं. इसके बाद पूरे अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू हो गया.

दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

वहीं इस मामले पर पीएमसीएच अधीक्षक आई एस ठाकुर ने कहा कि, अस्पताल प्रबंधन के तरफ से गलती हुई है, इसकी जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त करवाई होगी.जिनका डेथ सर्टिफिकेट बनाया गया है वो व्यक्ति चुन्नू कुमार जिंदा है और ठीक है.

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