शब-ए-मेराज के रोज़ फिलिस्तिनियों पर इज़राइली सेना ने फिर ढहाया ज़ुल्म-दुनिया की ख़ामोशी पर हैरानी

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Palestine Under Attack Israel
फिलिस्तीन के नौज़वान की गर्दन को घुटनों से दबाए इज़राइली सेना का बर्बर सैनिक.

द लीडर : इस्लामिक तारीख़ के ऐतिहासिक दिन ‘शब-ए-मेराज’ पर जब दुनिया भर के मुसलमान पैगंबर-ए-इस्लाम को याद कर रहे थे. ठीक उसी वक़्त फिलिस्तीन (Palestine) के मुसलमान इज़राइल के ज़ुल्म से लड़ रहे थे. पूर्वी येरुशलम में हज़ारों फिलिस्तीनी एक फेस्टिवल में शामिल हुए, जो ‘शब-ए-मेराज’ पर मनाया जाता है. वे पैगंबर-ए-इस्लाम की मुहब्बत में नारे लगा रहे थे. तभी इज़राइली सैनिक आक्रामक हो गए. और फिलिस्तिनियों को निशाना बनाया. (Palestine Under Attack Israel)

इसमें एक मुस्लिम युवती को इज़राइली सेना ने बुरी तरह से मारा है. जबकि एक दूसरे युवक की गर्दन को घुटनों से दबाए रखा. वैसे ही जैसे अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड को एक गोरे अमेरिकी सैनिक ने गर्दन पर घुटना रखकर मार डाला था. फिलिस्तीन के स्थानीय पत्रकार मुहम्मद अल कुर्द ने इसकी तस्वीरें शेयर की हैं, जो दिल-दहलाने वाली हैं.

एक और स्थानीय पत्रकार बाराह अबू ने एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें दमिश्क में इज़राइली सेना फिलिस्तिनियों की भीड़ पर हमलावर है. और उन्हें बुरी तरह से मारती देखी जा रही है. वफा न्यूज़ के मुताबिक, इस दौरान दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, जबकि 31 लोग घायल हुए हैं. (Palestine Under Attack Israel)


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मिडिल ईस्ट न्यूज़ के अनुसार, क़रीब 90 हज़ार फिलिस्तीनी नागरिक शब-ए-मेराज़ पर आयोजित फेस्टिवल में शामिल हुए थे. जहां से मस्जिद अल अक्सा के लिए रवाना हुए. वे नारे लगा रहे थे, येरुशलम हमारा है और अल अक़्सा मस्जिद भी हमारी है. दरअसल, 1967 से इज़राइल अवैध तरीके से पूर्वी येरुशल के बड़े हिस्से पर क़ाबिज है.

शब-ए-मेराज, पैगंबर-ए-इस्लाम के सफ़र से जुड़ा ऐतिहासिक वाक्या है. जिसका आगाज अल अक़्सा मस्जिद से ही माना जाता है, जो येरुशलम में है. पैगंबर-ए-इस्लाम ने यहां नमाज़ अदा की थी. इसके बाद अल्लाह ने उन्हें पूरी दुनिया की सैर कराई. इसीलिए इस्लामिक इतिहास में ‘शब-ए-मेराज’ का बड़ा महत्व माना जाता है.

चूंकि पैगंबर-ए-इस्लाम के सबसे तारीख़ी सफ़र का जुड़ा सीधे फिलिस्तीन स्थित अल अक़्सा मस्जिद से है, तो फिलिस्तिनियों के लिए और भी ख़ास है. और वे मस्जिद अल अक़्सा को लेकर इज़राइल से लड़ रहे हैं. (Palestine Under Attack Israel)

आपको बता दें कि फिलिस्तीन में हालात लगातार भयावह हैं. इज़राइली सेना अमूमन हर रोज़ ज़ुल्म कर रही है. 1948 में फिलिस्तीन को बंटवारे में जो ज़मीन मिली थी. इज़राइल ने उसका अधिकांश हिस्सा कब्जा लिया है. और लगातार अवैध अतिक्रमण जारी है. तीन-चार दिन पहले भी फिलिस्तीन के कुछ हिस्से पर इज़राइली कब्ज़े की वीडियो सामने आई थी. जिसमें इज़राइली सेना फिलिस्तिनियों को बेरहमी से मार रही थी.

यूरोप में इस वक़्त रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ी है. पूरी दुनिया का ध्यान यूक्रेन पर है. यूक्रेन में शांति और सुरक्षा के लिए आवाज़ें भी उठ रही हैं. लेकिन दूसरी तरफ फिलिस्तीन है, जो हर पल ज़ुल्म और अघोषित जंग का सामना कर रहा है.

लेकिन दुनिया उसको लेकर तनिक भी फ़िक्रमंद नज़र नहीं आती है. न ही फिलिस्तीन के समर्थन में विश्व भर से वैसी आवाज़ें उठती दिखाई पड़ती हैं. तब भी, जब हाल ही में इज़राइली सेना ने एक 13 साल के फिलिस्तीनी किशोर को गोली मार दी थी. (Palestine Under Attack Israel)


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