एनआरआइ युसूफ अली ने एक करोड़ ‘ब्लड मनी’ देकर कृष्णन को मृत्युदंड से बचाया

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लखनऊ। देश में भले राजनीतिक दल हिन्दू मुस्लिम की बातें करके लोगों में भेद पैदा करते हो लेकिन कुछ लोग ऐसे भी  है जो आपसी भाईचारे और मानवता के लिए मिसाल बन जाते हैं। ऐसा ही नेक काम एनआरआई व्यवसायी यूसुफ ने किया है। केरल निवासी बेक्स कृष्णन को विदेशी जेल से रिहा कराने को पांच लाख दिरहम (लगभग 1 करोड़) का  मुआवजा ब्लड मनी के रूप में देकर देश वापसी का रास्ता साफ किया। अगर सब कुछ ठीक रहा तो बेक्स कृष्णन अगले हफ्ते में अपने घर पर होंगे। युसूफ अली कोरोनाकाल में भी समाजसेवा में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने के लिए सुर्खियों में रहे थे।

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 2012 में एक सूडानी लड़के की कार हादसे में मौत के मामले में दोषी भारतीय नागरिक कृष्णन को मृत्युदंड से बचा लिया गया। उसे बचाने के लिए एनआरआई कारोबारी एमए यूसुफ अली ने एक करोड़ ‘ब्लड मनी’ दिया। केरल के रहने वाले कृष्णन की कार की चपेट में आने से एक बच्चे की मौत हो गई थी। इस मामले में यूएई की सुप्रीम कोर्ट ने मौत की सजा का एलान किया था। घटना के बाद से ही कृष्णन के परिजन लगतार उसकी रिहाई का प्रयास कर रहे थे। इधर, मृतक बच्चे के परिजन घटना के बाद सूडान लौट गए इसलिए बातचीत का रास्ता बंद हो गया था।


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कृष्णन के परिवार और रिश्तेदार उन्हें बरी करवाने की कोशिश कर रहे थे। करीब 10 साल की बातचीत के बावजूद पीड़ित परिजन कृष्णन को माफी देने के लिए तैयार नहीं था। जनवरी, 2021 में वे सूडान लौट गए तो संपर्क और मुश्किल हो गया। ऐसे में कृष्णन के परिवार ने मशहूर कारोबारी और लुलु ग्रुप के प्रमुख युसूफ अली से मदद मांगी। उन्होंने पूरा मामला समझा और सभी पक्षों से बातचीत की।


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कई दौर की मिन्नतों के बाद आखिरकार पीड़ित परिवार कृष्णन को माफ करने के लिए राजी हो गया। इसके बाद यूसुफ अली ने दोषी की रिहाई के लिए मुआवजे या ‘ब्लड मनी’ के तौर पर कोर्ट में 5 लाख दिरहम (करीब 1 करोड़ रु.) जमा करा दिए। अब कृष्णन केरल लौटकर परिवार से मिल सकेंगे।


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कृष्णन जेल में भारतीय दूतावास के अधिकारियों से बातचीत के दौरान बेहद भावुक हो गएा। उन्होंने कहा, ‘यह मेरे लिए पुनर्जन्म है, क्योंकि मैंने आजाद होने और बाहर की दुनिया देखने की सभी उम्मीदें छोड़ दी थीं। अब मेरी एकमात्र इच्छा परिवार से मिलने जाने से पहले यूसुफ अली से मुलाकात की है।’


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क्या है ‘ब्लड मनी’

यूएई में ब्लड मनी को न्याय का तरीका माना जाता है। हत्या के मामले में पीड़ित परिवार को दिए जाने वाले मुआवजे की रकम को ब्लड मनी कहा जाता है। यह धनराशि हत्या करने वाला चुकाता है और बदले में पीड़ित परिवार उसकी सजा माफ कर देता है। यह रकम तभी दी जा सकती है जब पीड़ित पक्ष लेने के लिए तैयार हो।

कौन हैं युसूफ अली

केरल में त्रिशूर के रहने वाले युसूफ अली लुलु ग्रुप के मालिक हैं। मध्य पूर्व में उनका बड़ा कारोबार है। अबू धाबी समेत विदेश और भारत में भी उनके हाइपर मार्केट व शापिंग मॉल हैं। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में वह पीएम केयर्स फंड में 25 करोड़, यूपी सीएम रिलीफ फंड में 5 करोड़, केरल सीएम रिलीफ फंड में 10 करोड़ और उड़ीसा सीएम रिलीफ फंड में 5 करोड़ की धनराशि देकर प्रभावित मरीजों की मदद कर चुके हैं।

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