रामदेव के अहंकारी बोल- अरेस्ट तो उनका बाप भी नहीं कर सकता

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द लीडर देहरादून।

रामदेव की बेअंदाजी के खिलाफ बढ़ते जनरोष और सरकार पर दबाव के बीच उनका का नया बयान वायरल है। इस अहंकारी बयान में रामदेव कह रहे हैं कि कुछ लोग कह रहे हैं क्विक अरेस्ट रामदेव,कभी कहते हैं ठग रामदेव,कभी कहते हैं महाठग रामदेव…. अरेस्ट तो इनका बाप नहीं करवा सकता रामदेव को।रामदेव #arrestbabaramdev कैंपेन के ट्विटर पर ट्रेंड करने पर प्रतिक्रिया देते लग रहे हैं लेकिन उनसे जुड़े लोग अब इसे पुराना वीडियो बता रहे हैं।
इस बड़बोले बयान से ‘आयुर्वेद बनाम एलोपैथी’ के नाम पर भड़की आग में घी डालने का काम किया है। अब तो उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्न भी ताल ठोक कर मैदान में दिख रहे हैं। बालकृष्ण इसे हिन्दू बनाम ईसाई का एंगल देने के लिए कई ट्विट कर चुके हैं। आईएमए के अध्यक्ष तो उनके सीधे निशाने पर हैं। आयुर्वेद को सनातन धर्म से जोड़ कर भी वह भड़काऊ बयान दे रहे हैं।
इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की उत्तराखंड इकाई ने पतंजलि योगपीठ के प्रमुख स्वामी रामदेव को बुधवार को एक हजार करोड़ की मानहानि का अवमानना नोटिस भेज दिया है। आईएमए ने मांग की है कि योगगुरु रामदेव एलोपैथी को ‘स्टूपिड और दिवालिया साइंस’ करार देने वाले अपने वीडियो के बदले माफी का नया वीडियो जारी करें और वो भी 15 दिनों के भीतर अन्यथा उनपर आईएमए 1000 करोड़ रु का मानहानि दावा ठोकेगा।
इससे पहले अपने वीडियो पर बवाल मचने और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री की चिट्ठी के बाद योगगुरु रामदेव ने माफी तो माँगी लेकिन जल्दी ही एलोपैथी पर 25 सवालों की बौछार भी कर दी थी। हालाँकि उनके बेतुके सवालों पर लोग जमकर उन्हीं का मज़ाक़ उड़ा रहे।
कांग्रेस और बीजेपी के बीच अब रामदेव सियासी जंग का भी मुद्दा बन गए हैं। कांग्रेस जहां रामदेव पर एक्शन की माँग कर रही वहीं बीजेपी ने इस पर चुप्पी साध रखी है।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस ने राज्य की तीरथ सिंह के नेतृत्व वाली भाजापा सरकार व केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा नीत एनडीए की सरकार से सवाल किया है कि वो देश को बताए कि इस कोरोना काल में अपनी जान पर खेल कर लोगों के उपचार में लगे डॉक्टरों पर भद्दी टिप्पणियों करने एक हज़ार से ज्यादा डॉक्टरों की मौत जो कोविड के कारण हुई उनकी खिल्ली उड़ाने वाले व पूरी एलोपैथी को खारिज करने का दुस्साहस करने वाले और आयुर्वेद की आड़ में कोरोना की दवा के रूप में प्रचारित कर चूरण बेचने वाले रामदेव पर कार्यवाही कब होगी?
पत्रकारों से वार्ता करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने आरोप लगाया कि संघ परिवार और पीएम नरेंद्र मोदी की सह और संरक्षण के कारण आज रामदेव का इतना साहस बढ़ गया है कि वो सारे देश के संविधान और कानून से बड़ा अपने आप को समझने लगा है और खुले आम सोशल मीडिया में चुनौती दे रहा है कि किसी का बाप भी उसको गिरफ्तार नहीं कर सकता ये बड़े शर्म की बात है। श्री धस्माना ने कहा कि रासमदेव ने पिछले वर्ष बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर के कोरोना की दवा के रूप में कोरोनिल नाम से दवा की लॉन्चिंग की व दावा किया कि इसका क्लिनिकल परीक्षण हुआ किन्तु जब भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस दिया तो वे अपने दावों से मुकर गए व कोरोनिल को इम्युनिटी बूस्टर कहने लगे और उसके बाद उन्होंने अपना प्रभाव इस्तेमाल करते हुए उस दवा को बेचने की अनुमति भी सरकार से प्राप्त कर ली।

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