निजामुद्​दीन : पिछले एक साल से बंद तब्लीगी जमात का मरकज 29 को खुलेगा, दिल्ली हाईकोर्ट का आदेश

द लीडर : दिल्ली हाईकोर्ट ने निजामुद्​दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज को खोलने की इजाजत दे दी है. ये मरकज पिछले साल कोरोना हॉटस्पॉट पाए जाने के बाद से बंद था. दिल्ली वक्फ बोर्ड की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सशर्त आदेश जारी किया है. इसके तहत 29 मार्च को मरकज खुलेगा और 50 लोगों को ही दाखिल होने की इजाजत रहेगी. अदालत ने केंद्र सरकार से इस मामले में स्टेट्स रिपोर्ट मांगी है.12 अप्रैल को अगली सुनवाई नियत हुई है.

(Nizamuddin Tablighi Jamaat Delhi High Court)

दिल्ली वक्फ बोर्ड की याचिका में शबे बारात और रमजान का हवाला देते हुए कहा गया था कि इस दरम्यान मुस्लिम समुदाय के लोग नियमित इबादत करते हैं. सुनवाई के लिए वक्फ बोर्ड की स्टैंडिंग काउंसिल से वजीह शफीक, वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश गुप्ता अदालत में उपस्थित रहे. जबकि दिल्ली सरकार की ओर से वकील नंदिता राव ने पक्ष रखा. और एडीशनल सॉलिसटर जनरल चेतन शर्मा, वकील रजत नायर केंद्र सरकार का पक्ष रखने को उपस्थित हुए.

पिछले साल फरवरी में तब्लीगी जमात के मरकज में इजतेमा था. इसमें देश-विदेश के मेंबर शामिल हुए थे. इसी बीच मार्च में लॉकडाउन लग गया. और ये लोग मरकज में फंस गए. जबकि कुछ लोग अपने घरों को वापस लौट गए. बाद में यहां बड़ी संख्या में लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. जिसको लेकर देशभर में छापेमारी कर मरकज पहुंचने वालों की तलाश की गई. और मरकज को सील कर दिया गया था.

तब्लीगी जमात के सदर मौलाना साद को मीडिया ने खलनायक के रूप में पेश किया. इसी क्रम में देश भर से सैकड़ों जमातियों की गिरफ्तारियां हुईं. उन पर महामारी अधिनियिम के अंतर्गत कार्रवाई की गई. विदेशी जमातियों के पासपोर्ट जब्त कर लिए. हालांकि कई राज्यों में इन जमातियों को अदालत से राहत मिली है.


तब्लीगी जमात : 16 विदेशी नागरिकों ने अपना जुर्म कबूला, अदालत ने दी जेल में बिताए गए समय और अर्थदंड की सजा


 

हाल ही में लखनऊ की एक अदालत ने 9 विदेशी तब्लियों को रिहा किया है, इसलिए क्योंकि पुलिस उनके खिलाफ कोई साक्ष्य पेश नहीं कर पाई. मुंबई, दिल्ली समेत कुछ और राज्यों की हाईकोर्ट ने भी सबूत न मिलने पर कई तब्लीगी जमात के सदस्यों को रिहा किया.

हजरत निजामुद्​दीन इलाके में 1857 में तब्लीगी जमात का ये मरकज स्थापित हुआ था. ये जमात मुसलमानों को इस्लाम की बुनियादी शिक्षाओं पर चलने के लिए प्रेरित करती है. दुनिया भर में इस जमात के सदस्य हैं और जो वे समय-समय पर उनका मरकज आना-जाना रहता है.

Ateeq Khan

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