अमृतसर: पंजाब के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने किसान आंदोलन के समर्थन में अपने घर पर काले झंडे लगाए. सिद्धू ने पटियाला और अमृतसर में अपने घर पर काले झंडे लगाए हैं.
26 मई को किसानों के आंदोलन के छह महीने पूरे हो रहे हैं. इस दिन को किसान काला दिवस के तौर मना रहे हैं. काला दिवस के लिए पंजाब के गाांव गांव में तैयारियां चल रही हैं, लोग काले झंडे और काले कपड़े सिलवा रहे हैं. इसी के तहत आज सिद्धू ने अपने घर पर काला झंडा लगाया है.
यह भी पढ़े – महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला, कई जिलों में होम आइसोलेशन खत्म, अब जाना होगा कोविड सेंटर
नवजोत सिंह सिद्धु ने सोमवार को ट्वीट कर कहा था कि वह किसानों के समर्थन में अपने घर पर काला झंडा लहराएंगे और उन्होंने अन्य लोगों से भी ऐसा ही करने का आह्वान किया हैं.
Hoisting the Black Flag in Protest … Every Punjabi must support the Farmers !! pic.twitter.com/CQEP32O3az
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) May 25, 2021
सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘‘किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में मैं अपने दोनों घरों (अमृतसर और पटियाला) पर कल सुबह साढ़े नौ बजे काला झंडा लहराऊंगा….सभी से अनुरोध है कि वे भी ऐसा तब तक करें जब तक कि इन काले कानूनों को वापस नहीं ले लिया जाता या राज्य सरकार के जरिये निश्चित एमएसपी और खरीद की वैकल्पिक प्रक्रिया मुहैया नहीं करा दी जाती.’’
Will hoist the Black Flag in support of #FarmersProtest at both my houses (Amritsar & Patiala) 9:30 AM tomorrow … Request everyone to do the same, until we have either repealed the #BlackLaws or provide an alternative method of assured MSP & procurement through State Government pic.twitter.com/MEyr2eK5Jw
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) May 24, 2021
यह भी पढ़े – ग्राउंड जीरो पर CM योगी ने संभाली कमान, इंफेक्शन चेन को ऐसे किया ब्रेक
पंजाब के किसानों ने दिल्ली की सीमा के लिए कूच किया
पंजाब के किसान बड़ी संख्या में दिल्ली की सीमा के लिए कूच कर रहे हैं. यह दावा भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की पंजाब इकाई के नेताओं ने किया.
उन्होंने बताया कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के छह महीने 26 मई को पूरे हो रहे हैं और इस दिन को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाने के लिए संगठन के आह्वान पर किसान कूच कर रहे हैं.
यह भी पढ़े – यूपी में घटने लगे कोरोना के मरीज़, 24 घंटे में 3957 नए मामले
गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान दिल्ली की सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सीमा पर नवंबर से ही प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि केंद्र सरकार का दावा है कि ये कानून किसानों के हित में हैं. किसानों और केंद्र के बीच इस मुद्दे पर 22 जनवरी से कोई बातचीत नहीं हुई है.
यह भी पढ़े – किसानों के समर्थन में मायावती, 26 मई को ‘विरोध दिवस’ मनाने का ऐलान