मुख़्तार अब्बास दरकिनार, भाजपा ने जगदीप धनखड़ को बनाया उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार

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jagdeep dhankhar
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द लीडर. भारतीय जनता पार्टी ने तमाम क़यास और अटकलों के बाद मुख़्तार अब्बास नक़वी पर फिलहाल भरोसा नहीं जताया है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिया है. राष्ट्रपति पद पर द्रौपदी मुर्मू के बाद एक बार फिर सभी को चौंका दिया है. उपराष्ट्रपति पद पर जिनका चर्चा नहीं था, उन धनखड़ के नाम का एलान कर दिया. 16 जुलाई को बीजेपी मुख्यालय में पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक हुई. इसी बैठक में बीजेपी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ के नाम पर मुहर लगाई. बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ,भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह ,नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष और एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहे.

वर्तमान उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है और उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 19 जुलाई है. चुनाव 6 अगस्त को होना है.

आइये जगदीप धनखड़ के बारे में जानते हैं

जगदीप धनखड़ किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं, उनका जन्म झुंझुनू जिले के गांव किठाना में साल 1951 में हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव के ही सरकारी माध्यमिक स्कूल से हुई, जहां उन्होंने पांचवी तक की पढ़ाई की और उसके बाद आगे की पढ़ाई गरधाना के सरकारी मिडिल स्कूल में की। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने फिजिक्स में ग्रेजुएशन की और इसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से लॉ की पढ़ाई पूरी की. जगदीप धनखड़ शुरू से ही तेजस्वी छात्र रहे हैं. उनका चयन आईआईटी, एनडीए और आईएस के लिए भी हुआ था, लेकिन उन्होंने लॉ को चुना. वकालत के करियर की शुरुआत राजस्थान हाई कोर्ट की. राजस्थान बार काउंसिल के चेयरमैन भी रह चुके हैं.
धनखड़ के राजनीतिक कैरियर की बात करें तो उन्होंने इसकी शुरुआत जनता दल से की थी सन 1989 में झुंझुनू से सांसद बने. धनखड़ को साल 1989 से 1991 तक बीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया था. 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में जनता दल ने जब जगदीप धनखड़ का टिकट काट दिया तो कांग्रेस में शामिल हो गए और अजमेर के किशनगढ़ से 1993 में उन्होंने चुनाव लड़ा और विधायक बन गए। 2003 में कांग्रेस छोड़कर वे भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद 30 जुलाई 2019 को बंगाल का 28वां राज्यपाल नियुक्त किया गया।
साल 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का पद संभालने के बाद से ही वे अक्सर सुर्खियों में रहे। सीएम ममता बनर्जी और उनके बीच कई विवाद सामने आते रहते हैं। जिसकी वजह से वे चर्चा में बने रहते हैं। अब बीजेपी ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनकर सभी को चौंका दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जगदीप धनखड़ के साथ ट्विटर पर फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, ” जगदीप धनखड़ को संविधान का अच्छा ज्ञान है और उन्हें विधाई कामकाज की अच्छी खासी जानकारी है. राज्यसभा के शानदार सभापति होंगे. धनखड़ ने हमेशा किसानों युवाओं महिलाओं और हाशिए पर मौजूद तबकों के लिए काम किया है. गर्व की बात है कि जगदीप धनखड़ हमारे उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बने हैं.