द लीडर हिंदी : हम कुछ सोचे और वो काम हो जाए तो कैसा लगेगा. क्या आप सोच सकते है. क्या ऐसा हो सकता है.बिना कुछ करे. हमारा पूरा काम ऑटोमेटिक तरीके से हो जाएगा..ना..ना..ये आपको असंभव लगेगा, लेकिन अब ऐसा संभव है. ये हो सकता है. क्योकि यह काम कर दिखाया है एलन मस्क ने.जी हां जिन्होंने इंसान के हेड में न्यूरालिंक डिवाइस फिट करके सच साबित कर दिया.
मोबाइल-टीवी का दौर खत्म. अब ये काम नहीं आने वाले. अब सोचने भर से आपके पूरे काम होंगे जाएंगे. हाथ-पैर चलाने की भी जरूरत नहीं.क्योकि ये चमत्कार Elon Musk ने करके दिखाया है. जी हां, एलन मस्क ने एक ऐसा इंसान बनाया है, जिसके सोचने भर से सारे काम हो जाते हैं. हम बात कर रहे हैं, न्यूरालिंक चिप की, जिसे एक इंसान के दिमाग में फिट किया गया है. न्यूरालिंक चिप वाले इस इंसान ने लाइव डेमो करके दिखाया है, जहां ऑनलाइन शतरंज खेला जा सकता है.
अब न्यूरालिंक चिप फिट करना है आसान
एक रिपोर्ट की मानें, तो 29 साल का एक मरीज, जो दुर्घटना में कंधे के नीचे लकवाग्रस्त हो गया था, उसने अपने लैपटॉप पर शतरंज खेलकर लाइव डेमो दिखाया है. यह शख्स न्यूरालिंक डिवाइस का यूज करके कर्सर घुमाकर दिखाया. मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर स्ट्रीम किए गए वीडियो शेयर करके बताया की न्यूरलिंक चिप को दिमाग में फिट करने की सर्जरी बेहद आसान थी.वही चिप लगाने के बाद शख्स की एक दिन में अस्पताल से छुट्टी कर दी गई.
इस दौरान मिली थी कुछ खामियां
बता दें रिपोर्ट में बताया गया कि न्यूरालिंक चिप लगाने के फायदे और नुकसान की जांच की जा रही है.ऐसे में इस सख्स को विशेषज्ञों की देखरेख में रखा गया है. पिछले माह एलन मस्क के न्यूरालिंक में जानवरों पर किए गए प्रयोग में कुछ खामियां मिली थीं. हालांकि हकीकत यह है कि अभी यह टेस्ट शुरुआती दौर में हैं. हालांकि अगर प्रयोग कई तरह की जांच के बाद पूरी तरह से सही पाया जाता है, तो यह आने वाले दिनों में गैजेट्स की दुनिया में बड़े बदलाव ला सकता है.इसे बदलवा या फिर चमत्कार भी कहा जा सकता है.