
द लीडर। आज देश को अपना 15वां राष्ट्रपति मिल गया है। द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली हैं। लेकिन देश को 15वां राष्ट्रपति मिलते ही महबूबा मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर हमला बोला है। उन्होंने रामनाथ कोविंद को निशाने पर लेते हुए कहा कि, उन्होंने सिर्फ भाजपा के एजेंडे को पूरा किया है।
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महबूबा मुफ्ती का रामनाथ कोविंद पर हमला
राष्ट्रपति पद से हटते ही रामनाथ कोविंद पर महबूबा मुफ्ती ने निशाना साधते हुए ट्वीट करते हुए कहा कि, निवर्तमान राष्ट्रपति अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां संविधान को अनेकों बार कुचला गया है।
इसके साथ ही महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि, चाहे अनुच्छेद 370 के खत्म करने की बात हो, नागरिकता कानून हो या अल्पसंख्यकों और दलितों को निशाना बनाना हो। उन्होंने भारतीय संविधान के नाम पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया।
The outgoing President leaves behind a legacy where the Indian Constitution was trampled upon umpteenth times. Be it scrapping of Article 370,CAA or the unabashed targeting of minorities & Dalits, he fulfilled BJPs political agenda all at the cost of the Indian Constitution.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) July 25, 2022
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का ये ट्वीट उस समय सामने आया जब 15वें राष्ट्रपति के तौर पर द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ली। वहीं पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की विदाई हुई। जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने रामनाथ कोविंद पर हमला बोलते हुए कहा कि, उन्होंने संविधान के नाम पर सिर्फ भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया है।
‘हर घर तिरंगा अभियान’ पर भी महबूबा मुफ्ती ने बोला हमला
बता दें कि, इससे पहले जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ‘हर घर तिरंगा अभियान’ को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि, हम 15 अगस्त मनाते हैं, 26 जनवरी मनाते हैं क्योंकि हम आजाद हुए थे, एक देश बने। लेकिन आज ये लोग घर में घुस घुस कर झंड़ा लगा रहे हैं।
दरअसल, पीएम मोदी ने हाल ही में जनता से अपील की है कि, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सभी लोग 13-15 अगस्त तक अपने घरों में तिरंगा फहराएं। इस अभियान को ‘हर घर तिरंगा’ नाम दिया गया है।
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अपने संबोधन में रामनाथ कोविंद ने कही ये बात ?
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद पर रहते हुए राष्ट्र के नाम अपने अंतिम संबोधन में युवाओं से गांवों और कस्बों में अपनी जड़ों के प्रति सचेत रहने का आग्रह किया और देशवासियों से पर्यावरण की देखभाल करने की अपील करते हुए कहा कि, मां प्रकृति गहरी पीड़ा में है। और जलवायु संकट इस ग्रह के भविष्य को खतरे में डाल सकता है। उन्होंने कहा कि, पहले नागरिक के रूप में, अगर मुझे अपने साथी नागरिकों को एक सलाह देनी है, तो वह यह है।
Mother Nature is in deep agony and the climate crisis can endanger the very future of this planet. We must take care of our environment, our land, air and water, for the sake of our children. pic.twitter.com/cpcKuYfN1R
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 24, 2022
बता दें कि, भारत के 14वें राष्ट्रपति श्री कोविंद रविवार का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो गया है। वहीं अब 15वें राष्ट्रपति के तौर पर द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ली है।
द्रौपदी मुर्मू ने ली देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ ली। इसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण की। सीजेआई एनवी रमन्ना ने उन्हें शपथ दिलाई। राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले संबोधन में द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि, उनके लिए देश के युवाओं और महिलाओं का हित सर्वोपरि होगा। उन्होंने कहा कि वे खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि, मैं देश की पहली ऐसी राष्ट्रपति हूं, जिसका जन्म स्वतंत्र भारत में हुआ था। स्वतंत्र भारत के नागरिकों के साथ हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें अपने प्रयासों में तेजी लानी होगी। द्रौपदी मुर्मू ने कहा, मेरा जन्म ओडिशा के एक आदिवासी गांव में हुआ। लेकिन देश के लोकतंत्र की यह शक्ति है कि मुझे यहां तक पहुंचाया।
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