द लीडर : ऑल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नबीरे आला हजरत मौलाना तौकीर रजा खां की तबीयत में अब काफी सुधार है.
बुधवार काे उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. और वह घर लौट रहे हैं. 22 नवंबर को मौलाना के दिल में दर्द उठा था. बेचैनी और घबराहट के बीच उन्हें बरेली के खुशलोक अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से आराम होने पर उनकी छुट्टी कर दी गई है. (Maulana Tauqir Raza’s health improves)
आइएमसी के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी ने बताया कि मौलाना के दिल की एक नस में ब्लॉकेज पाया गया था. डॉक्टरों ने सलाह दी कि स्टेन डालना पड़ेगा. पिछले तीन दिनों के उपचार से उनकी हालत काफी बेहतर हो गई है.
दरगाह आला हजरत के प्रमुख मौलाना सुब्हाानी मियां, मौलाना अंजुम मियां, मौलाना तस्लीम मियां, मौलाना हस्सान मियां समेत खानदान के सभी बुजुर्ग उनकी सेहत का हाल लेते रहे.
मुनीर इदरीसी के हवाले से मौलाना ने अपनी सेहत को लेकर पैगाम दिया है, जिसमें कहा है कि अब वह बिल्कुल ठीक हैं. (Maulana Tauqir Raza’s health improves)
फिरकों को एकजुट करने में जुटे
यूपी में अगले साल चुनाव हैं. मौलाना आइएमसी के अध्यक्ष हैं. कई राजनीतिक दल उनकी पार्टी-आइएमसी के साथ गठबंधन की कोशिशों में भी लगे हैं. मौलाना मुस्लिम समाज के तमाम फिरकों को भी एकजुट करने में जुटे हैं.
तबीयत खराब होने से पहले उन्होंने जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी के उस बयान का स्वागत किया था, जिसमें मदनी ने बरेलवियों की कयादत मंजूर किए जाने की बात कही थी.
मदनी ने कहा था कि मुस्लिम समाज के बुनियादी मुद्दों पर उन्हें बरेलवियों की कयादत भी मंजूर हैं, और वे उनके अपने हैं. साथ में आकर मुद्दों पर आवाज उठाएंगे.
मदनी के इस बयान का मौलाना ने दिल से स्वागत किया. ये याद दिलाते हुए कि 10 साल पहले वह इसी कोशिश के मद्देनजर देवबंद भी गए थे. (Maulana Tauqir Raza’s health improves)