द लीडर : उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) के खिलाफ मुकदमें दर्ज होने का सिलसिला जारी है. हैदराबाद से सांसद ओवैसी के बाद शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने रिजवी पर लखनऊ में एफआइआर कराई है. मौलाना की तहरीर पर पुलिस ने रिजवी के खिलाफ कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया है. मौलाना कल्बे जवाद ने अपनी तहरीर में कहा है कि, वसीम रिजवी ने इस्लाम और मुसलमानों की तौहीन की है. (Maulana Kalbe Jawad Wasim)
विवाद की जड़ वसीम रिजवी की किताब है, जो पैगंबर-ए-इस्लाम को लेकर लिखी है. इसके विरोध में रिजवी पर देशभर में कई मामले दर्ज किये जा चुके हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM)के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने हाल में रिजवी के खिलाफ हैदराबाद में एफआइआर दर्ज कराई थी.
ओवैसी हैदराबाद पुलिस कमिश्नर से भी मिले थे, और उनसे रिजवी को गिरफ्तार किए जाने की मांग की थी. इससे पहले रजा एकेडमी ने मुंबई में रिजवी के खिलाफ केस दर्ज कराया था. (Maulana Kalbe Jawad Wasim)
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वसीम रिजवी का ताल्लुक शिया समुदाय से है, लेकिन जिस तरह से वो इस्लाम और कुरान को निशाना बना रहे हैं. उससे शिया बिरादरी में भी रिजवी के प्रति आक्रोश है.
शिया-सुन्नी दोनों समुदाय रिजवी की किताब पर प्रतिबंध के साथ उनकी गिरफ्तारी की मांग उठा रहे हैं. तर्क ये है कि रिजवी मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं. कभी पैगंबर-ए-इस्लाम तो कभी कुरान को लेकर अर्मादित बयानबाजी करते रहते हैं. (Maulana Kalbe Jawad Wasim)
हाल ही में बरेली के बहेड़ी में रिजवी के खिलाफ हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे थे. प्रशासन को मांग पत्र दिया था कि उनकी किताब पर रोक लगाई जाए.
बुधवार को शिया समुदाय के बड़े धार्मिक गुरु माने जाने मौलाना कल्बे जवाद ने भी वसीम रिजवी के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है. चौतरफा शिकायतों से रिजवी की मुश्किलें बढ़ रही हैं.