द लीडर : Legendary Music composer राम लक्ष्मण उर्फ विजय पाटिल का शनिवार को निधन हो गया. एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्होंने Bollywood की मशहूर जोड़ी लक्ष्मीकांत प्यारेलाल को संगीत के मामले में पछाड़ दिया.
मौका था वर्ष 1990 में फिल्म फेयर अवार्ड का. उस वक्त फिल्म फेयर अवार्ड में बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के लिए बॉलीवुड की 4 मशहूर जोड़ियों को नॉमिनेट किया गया था. इनमें फिल्म राम लखन के लिए लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, फिल्म त्रिदेव के लिए कल्याण-आनंद, फिल्म चांदनी के लिए शिव-हरी और मैंने प्यार किया के लिए राम लक्ष्मण शामिल थे.
बॉलीवुड इंडस्ट्री में संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत प्यारेलाल का उन दिनों काफी नाम था. उम्मीद जताई जा रही थी कि बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के लिए फिल्म फेयर अवार्ड भी उन्हीं को मिलेगा.
मगर राम लक्ष्मण ने संगीत के मामले में मशहूर जोड़ी लक्ष्मीकांत प्यारेलाल को पछाड़ते हुए बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का अवॉर्ड झटक लिया था.
Ram Laxman, music director of my successful films like maine pyaar kiya, patthar ke phool, hum saath saath hain, hum apke hain kaun has sadly passed away. May his soul rest in peace. Condolences to the bereaved family.
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) May 22, 2021
मैंने प्यार किया, हम आपके हैं कौन और हम साथ साथ हैं जैसी सुपरहिट फिल्मों में संगीत देने वाले राम लक्ष्मण लंबे समय से बीमार चल रहे थे. महाराष्ट्र के नागपुर में 79 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.
Mujhe abhi pata chala ki bahut guni aur lokpriya sangeetkar Ram Laxman ji (Vijay Patil) ji ka swargwas hua. Ye sunke mujhe bahut dukh hua. Wo bahut acche insaan the.Maine unke kai gaane gaaye jo bahut lokpriya hue. Main unko vinamra shraddhanjali arpan karti hun. pic.twitter.com/CAqcVTZ8jT
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) May 22, 2021
संगीतकार राम लक्ष्मण के निधन के बाद बॉलीवुड से लेकर म्यूजिक इंडस्ट्री शोक की लहर दौड़ गई. बॉलीवुड एक्टर सलमान खान मशहूर गायिका लता मंगेशकर और पंकज उदास जैसे कलाकारों ने उनकी मौत पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया.
नाम की कहानी भी काफी रोचक
संगीतकार राम लक्ष्मण के नाम के पीछे की कहानी भी काफी रोचक है. दरअसल राम लक्ष्मण एक नहीं बल्कि दो लोगों के नाम है. विजय पाटिल उर्फ लक्ष्मण ने फिल्मों में अपने दोस्त सुरेंद्र उर्फ राम के साथ मिलकर सन 1975 में हिंदी फिल्म एजेंट विनोद से राम लक्ष्मण के नाम से संगीत देना शुरू किया था.
मगर फिल्म रिलीज होने से पहले ही 1976 में सुरेंद्र उर्फ राम की मृत्यु हो गई. लक्ष्मण जी कहते थे कि मेरा भाई मेरा दोस्त राम यह दुनिया छोड़कर चला गया. और राम के बिना लक्ष्मण अधूरा रह गया. इसीलिए उन्होंने दोस्त राम की मौत के बाद भी राम लक्ष्मण के नाम से ही फिल्मों में संगीत देने का सिलसिला जारी रखा. यही कारण है कि अधिकांश लोग उन्हें राम लक्ष्मण के नाम से ही जानते हैं.
ऑर्केस्ट्रा से की थी करियर की शुरुआत
राम और लक्ष्मण में वैसे तो कोई नाता नहीं था लेकिन दोनों ही म्यूजिक से बेहद प्रेम करते हैं. इसी के चलते दोनों में गहरी दोस्ती हो गई और साथ में फिल्मों में संगीत देने लगे. फिल्मों में आने से पहले दोनों ने अपने म्यूजिक करियर की शुरुआत आर्केस्ट्रा से की थी.
दादा कोंडके ने दिया था फिल्मों में ब्रेक
राम लक्ष्मण को फिल्मों में पहला ब्रेक मशहूर प्राड्यूसर, डायरेक्टर और राइटर दादा कोंडके ने दिया था. उनकी मराठी फिल्म पांडू हवलदार में उन्होंने पहली बार संगीत दिया था. फिल्म के साथ ही उनका संगीत भी हिट साबित हुआ. दादा कोंडके ने ही उनकी जोड़ी को राम लक्ष्मण का नाम दिया था.
मैंने प्यार किया फिल्म से मिली कामयाबी
संगीतकार राम लक्ष्मण की जिंदगी में स्वर्णिम मोड वर्ष 1988 में तब आया जब उन्हें मशहूर प्रड्यूसर डायरेक्टर और राइटर सूरज कुमार ने मैंने प्यार किया फिल्म के लिए साइन कर लिया. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट हुई वही इसके संगीत को भी काफी सराहा गया. इसी फिल्म से राम लक्ष्मण को कामयाबी मिली. मैंने प्यार किया के लिए राम लक्ष्मण को बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला.
पिता की ख्वाहिश थी कि संगीतकार बने लक्ष्मण
विजय पाटिल उर्फ लक्ष्मण का जन्म 16 सितंबर 1942 को नागपुर में हुआ था. उनके पिता काशीनाथ पाटिल आर्मी में थे जिन्हें म्यूजिक का काफी शौक था. उनकी ख्वाहिश थी कि लक्ष्मण संगीतकार बने. अपने पिता की इस इच्छा को उन्होंने पूरा कर दिखाया.
आर्केस्ट्रा के दिनों में ही कर ली थी लव मैरिज
संगीतकार राम लक्ष्मण ने फिल्मों में आने से पहले ही अपने ऑर्केस्ट्रा के दिनों में शादी कर ली थी. उन्होंने आर्केस्ट्रा में साथ काम करने वाली शोभा से लव मैरिज की थी वह बेहद खूबसूरत और बेहतरीन डांसर है. उनके एक बेटा अमर और बेटी सोनाली है.
30 सालों तक देते रहे फिल्मों में संगीत
राम लक्ष्मण ने 30 वर्षों में 200 से अधिक फिल्मों में संगीत दिया. इसमें हिंदी मराठी और भोजपुरी फिल्में शामिल है. राजश्री प्रोडक्शन के साथ उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में संगीत दिया जिसके लिए आज भी म्यूजिक इंडस्ट्री में उन्हें जाना जाता है.
इन सुपरहिट फिल्मों में दिया संगीत
संगीतकार राम लक्ष्मण ने मैंने प्यार किया, हम आपके हैं कौन, हम साथ साथ हैं, 100 डेज, पत्थर के फूल, आवारा और एजेंट विनोद समेत कई सुपर हिट फिल्मों में संगीत दिया.