मुश्किल में फंसे लालू यादव, ईडी की टीम लैंड फाॅर जाॅब स्कैम मामले में कर रही पूछताछ

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द लीडर हिंदी : बिहार में इनदिनों डर्टी पॉलिटिक्स चल रही है. नीतीश कुमार बार-बार दल बदल रहे है. तो उधर राजद सुप्रीमो लालू यादव ईडी दफ्तर पहुंच गए. जहां उनसे नौकरी के बदले जमीन घोटाला केस में पूछताछ होगी . बता दें राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है. आज उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पटना स्थित दफ्तर में पेश होना पड़ा हुए.

सुबह 11 बजे राबड़ी आवास से बेटी और सांसद मीसा भारती के साथ लालू प्रसाद ईडी दफ्तर पहुंचे. इस दौरान वहां मौजूद राजद कार्यकर्ताओं की भीड़ ने लालू की गाड़ी को घेर लिया और उनके समर्थन में नारेबाजी करने लगे. लालू ने उनसे शांति बनाए रखने की अपील की. इसके बाद वो ईडी दफ्तर पहुंचे.बता दें ईडी की टीम उनसे पूछताछ कर रही है.इस दौरान ED दफ्तर के बाहर आरजेडी कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया.

बता दें कि ईडी इस सिलसिले में मंगलवार को तेजस्वी यादव से भी पूछताछ करेगी.तेजस्वी यावद से मंगलवार को एजेंसी लैंड फॉर जॉब मामले में पूछताछ करेगी. इससे पहले सोमवार को लालू यादव को पूछताछ के लिए बुलाया है.

लालू को 29 जनवरी और तेजस्वी यादव को 30 जनवरी को पेश होने को कहा गया था. आज लालू प्रसाद ईडी के सवालों का जवाब देने पहुंचे हैं.वही ईडी दफ्तर के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. राजद के कई विधायक भी पहुंचे हैं. समर्थक केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं.

राजद समर्थकों ने आरोप लगाया कि लालू यादव बीमार हैं. उन्हें जान बूझकर परेशान करने की कोशिश हो रही है. दरअसल, नौकरी के बदले जमीन घोटाला केस में पूछताछ के लिए लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया था.

19 जनवरी को ईडी की टीम राबड़ी आवास पहुंची
19 जनवरी को ईडी की टीम कागज देने गई थी. बता दें ईडी की टीम इससे पहले 19 जनवरी को राबड़ी आवास पहुंची थी. एक अधिकारी की तरफ से समन के कागजात दिया था. इसे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की तरफ से रिसीव किया था.वही इससे पहले भी ईडी की टीम ने लालू यादव और तेजस्वी यादव दोनों पूछताछ के लिए समन भेजा था.

2004 से 2009 के बीच किया गया था ये घोटाला
आरोप है कि रेलवे मंत्री रहते हुए लालू यादव घोटाले में शामिल थे. यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच किया गया था, जहां कई लोगों को रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप-डी के पदों पर नौकरियां दी गई थीं. बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी एके इंफोसिस्टम के नाम कर दी थी.

जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया गया था.