द लीडर : लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी से कुचलकर मारने की, खौफनाक घटना पर सुप्रीमकोर्ट ने यूपी सरकार से स्टेट्स रिपोर्ट मांगी है. इसमें 4 किसान, एक पत्रकार और तीन अन्य लोग मारे गए थे. सुप्रीमकोर्ट ने पूछा है-इन्हें मारने वाले आरोपी कौन हैं? क्या उनकी गिरफ्तारी हुई है. शुक्रवार को इस मामले पर फिर सुनवाई होगी. लखीमपुर की घटना का सुप्रीमकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. (UP Lakhimpur Supreme Court)
लखीमपुर के तिकुनिया में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों के काफिले पर स्थानीय सांसद और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा-टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों को गाड़ियों से रौंद डाला था. जिसमें चार किसान मारे गए थे. भाजपा के भी तीन कार्यकर्ता मारे गए.
घटना के कई दिल दहलाने वाले वीडियो सामने आए हैं. जिसमें शांतिपूर्वक जा रहे किसानों को एक थार और उसके पीछे चल रही गाड़ियां रौंदती चली जाती हैं. यूपी सरकार की ओर से यूपी की अतिरिक्त महाधिवक्ता गरिमा प्रसाद ने सुप्रीमकोर्ट में ये कबूल किया कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. एसआइटी गठित करने के अलावा इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच कराने का आदेश दिया है.
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चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हेमा कोहली की खंडपीठ मामले को सुन रही है. सीजीेआइ ने कहा कि हमें ये भी संदेश मिला है कि मृतक किसान लवप्रीत सिंह की मां सदमे में हैं. उन्हें उचित चिकित्सा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. (UP Lakhimpur Supreme Court)
न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा कि अदालत ये जानना चाहती है कि आरोपी कौन हैं. उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है? क्या उन्हें गिरफ्तार किया गया है. अदालत के इन सभी सवालों के जवाब यूपी सरकार को अपनी स्टेट्स रिपोर्ट में देने होंगे.
आपको बता दें कि इस घटना को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के साथ राजनीतिक दल भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हैं. और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
बुधवार को गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. और उसके बाद उनके इस्तीफा देने की अटकलें खारिज हो गईं. लेकिन किसानों ने स्पष्ट कर दिया है कि अजय मिश्रा के इस्तीफे से कम मंजूर नहीं है.
उधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मृतक किसानों के परिवारों से मुलाकात करके उन्हें ढांढस बंधाया है. गुरुवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मृतक किसानों से मिलने गए हैं. लखीमपुर की घटना पर समूचा विपक्ष सरकार पर हमलावर है. (UP Lakhimpur Supreme Court)