आतंक का साया : श्रीनगर में स्कूल में घुसकर दो शिक्षकों की हत्या, आतंकवादी अल्पसंख्यक सिखों को बना रहे निशाना या स्थानीय मुस्लिमों को बदनाम करने का षड्यंत्र ?

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द लीडर। भारत सरकार आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए काम कर रही है। लेकिन आतंकवादी भारत के निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर लोगों में खौफ पैदा कर रहे हैं। बता दें कि, सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से बौखलाए आतंकवादियों ने कश्मीर में निर्दोषों को अपना निशाना बनाया। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आतंकियों ने ईदगाह इलाके में गवर्नमेंट बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल में घुसकर फायरिंग की। इसमें प्रिंसिपल सतिंदर कौर और शिक्षक दीपक चांद की मौत हो गई। सतिंदर कौर सिख समुदाय से और दीपक चांद कश्मीरी पंडित थे। सुरक्षाबल मौके पर पहुंची और आतंकियों की तलाश जारी है। घाटी में नागरिकों की हत्या करने की यह पिछले 5 दिनों में 7वीं घटना है, जिसमें से 6 सिर्फ श्रीनगर की ही हैं।


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पाक के इशारों पर घटनाओं को दिया जा रहा अंजाम

डीजीपी जम्मू-कश्मीर दिलबाग सिंह ने कहा कि, बेगुनाह लोग जो समाज की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं उन्हें निशाना बनाया गया है. दहशतगर्द बॉर्डर पार से पाकिस्तान के इशारों पर इस तरह की हरकतों को अंजाम दे रहे हैं. डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि, घाटी में जो आम नागरिकों पर हमले हो रहे हैं वो पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए किए जा रहे हैं। बेगुनाह लोगों को निशाना बनाया जा रहा है ताकि लोगों का आपस में भाईचारा खत्म हो सके। उन्होंने कहा कि, हमें इस बात का दुख है कि, लगातार इस तरह के हमले हो रहे हैं। डीजीपी का कहना है कि, जम्मू-कश्मीर पुलिस इन हमलों को अंजाम देने वालों की तलाश में जुटी है।

स्कूल में मीटिंग कर रहे थे शिक्षक

बताया जा रहा है कि, स्कूल के चार-पांच शिक्षक मीटिंग कर रहे थे तभी वहां दो आतंकवादी आए और हिंदू अध्यापकों को अलग कर उन्हें स्कूल परिसर में ले गए। आतंकी शिक्षकों को गोली मारकर वहां से फरार हो गए। वहीं, इस घटना पर कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि, आतंकवादी दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि, आतंकवादी स्थानीय स्तर पर सद्भाव बिगाड़ना चाहते हैं।


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उमर अब्दुल्ला ने घटना की निंदा की

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना पर हैरानी जताई है। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा कि श्रीनगर से एक और परेशान करने वाली खबर आ रही है। लोगों को लक्ष्य कर फिर से निशाना बनाया गया है। इस बार सरकारी स्कूल दो शिक्षकों को गोली मारी गई है। उमर ने कहा कि इस घटना की निंदा करने के लिए शब्द काफी नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं पीड़ितों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।’


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स्कूल में यह क्रूरता भरा कतल किया गया- मनजिंदर सिंह सिरसा

कश्मीर में घटना पर शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने दुख जताया, और ट्वीट कर लिखा कि, देशतगर्दी का नंगा नाच आज श्रीनगर में दिनदहाड़े हुआ, 2 लोगों को चुन कर गोली मार के उनकी हत्या कर दी गई. उन्होंने लिखा कि, दुख इस बात का है की स्कूल में यह क्रूरता भरा कतल किया गया | माइनॉरिटी को कश्मीर से खदेड़ना की इस कोशिश की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं |

 

इससे पहले बुधवार को शहर में एक प्रसिद्ध कश्मीरी पंडित चिकित्सा दुकान के मालिक सहित दो नागरिकों की हत्या कर दी गई थी. इससे पहले मंगलवार को तीन लोगों की हत्या कर दी थी.

मंगलवार को आतंकियों ने 3 लोगों की जान ली

पहली वारदात: आतंकियों ने करीब 7:30 बजे इकबाल पार्क क्षेत्र में श्रीनगर के प्रसिद्ध फार्मासिस्ट माखनलाल बिंद्रू (68) को मार दिया। आतंकियों ने उन्हें मेडिकल स्टोर में घुसकर गोली मारी। बुधवार को उनकी बेटी डॉक्टर श्रद्धा बिंद्रू ने आतंकियों को बहस करने की चुनौती दी थी।

दूसरी वारदात: मंगलवार को ही 8:30 बजे आतंकियों ने लाल बाजार इलाके में वीरेंद्र पासवान की हत्या कर दी। वे पानी पुरी का कारोबार करते थे। वे बिहार के भागलपुर के रहने वाले थे।

तीसरी वारदात: मंगलवार को ही 8: 45 बजे आतंकियों ने बांदीपोरा के शाहगुंड इलाके में एक आम नागरिक की हत्या कर दी। मृतक की पहचान नायदखाई निवासी मोहम्मद शफी लोन के रूप में हुई।


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5 दिन पहले 2 लोगों को मार डाला गया

इससे पहले श्रीनगर में शनिवार को दो आम नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। पहली घटना कारां नगर इलाके में हुई। यहां आतंकियों ने स्थानीय नागरिक अब्दुर रहमान गुरु को गोली मार दी। वह श्रीनगर के चट्टाबल के गालवांटेंग इलाके का रहने वाला था। शनिवार को ही श्रीनगर की एसडी कॉलोनी बटमालू में आतंकियों ने एक आम नागरिक को गोली मार दी, जिसने SMHS अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान मोहम्मद शफी डार के रूप में हुई।

आतंकियों ने इस साल 25 नागरिकों की जान ली

आतंकियों ने इस साल जम्मू-कश्मीर में 25 नागरिकों की जान ली। इसमें से 10 नागरिक श्रीनगर में, 4 पुलवामा में, 4 अनंतनाग में, 3 कुलगाम में, 2 बारामूला में, 1 बडगाम और 1 बांदीपोरा में मारे गए।

स्थानीय मुस्लिमों को बदनाम करने का षड्यंत्र

जम्मू-कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह ने बताया कि, यह स्थानीय मुस्लिमों को बदनाम करने की साजिश है। कश्मीर के सांप्रदायिक सौहार्द्र को खत्म करने की साजिश के तहत निहत्थे नागरिकों को मारा जा रहा है। इससे आतंकियों की निराशा और क्रूरता साफ झलक रही है। आंतकी कश्मीर में अमन-चैन और भाईचारे को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन हम उनके मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे। डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि, इस तरह की साजिशों के जरिए कश्मीर के मुसलमानों की छवि को खराब किया जा रहा है। लोगों को दिखाया जा रहा है कि, घाटी में लोग प्यार और भाईचारे के साथ नहीं रहते। साथ ही उन्होंने बताया कि स्कूल का अन्य स्टॉफ खौफ में है।


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बता दें कि, सेना के ऑपरेशन ‘ऑल आउट’ से आतंकवादी बुरी तरह से बौखला गए हैं। पहले वे सुरक्षाबलों को निशाना बनाते थे लेकिन अब वे आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। आतंकियों अपने इन हमलों से आम लोगों में डर पैदा करना चाहते हैं। शिक्षकों पर हमले के पीछे कौन है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।

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