लखनऊ। प्रवासी मजदूरों ने विभिन्न राज्यों से अपने-अपने घरों के लिए पलायन शुरू कर दिया है. राजधानी लखनऊ से भी बड़ी संख्या में मजदूरों ने घर लौटना शुुुुरू कर दिया है. पूर्वांचल की बसों में खचाखच भर के मजदूर अपने-अपने गांव जा रहे हैं.
यह भी पढ़े: #DelhiCorona : JNU में कोरोना के 11 नये मामले, छात्रों से हॉस्टल खाली करने की अपील
चौराहों पर मजदूरों का रेला
राजधानी लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे पर बड़ी संख्या में मजदूरों का रेला लगा है. बड़ी संख्या में मजदूर अपने परिवार के साथ बसों का इंतजार करते नजर आ रहे हैं. वैसे कोरोना के बढ़ते मामलों के अलावा यूपी में चल रहे पंचायत चुनाव को भी इस पलायन की वजह माना जा रहा है.
कोरोना ने मचाया कोहराम, घर लौटने लगे प्रवासी
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा रखा है. इस बीच कई राज्यों ने लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू जैसे कदम उठाए हैं.
यह भी पढ़े: यूपी में10 नए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना,सीएम का निर्देश स्वास्थ्य मंत्री रखें नजर
लॉकडाउन की आहट के बाद मजदूरों का पलायन
उत्तर प्रदेश में संडे लॉकडाउन और नाईट कर्फ्यू को लेकर मजदूरों में डर साफ देखने को मिल रहा है. राजधानी लखनऊ में कोरोना की बढ़ती रफ्तार के साथ लॉकडाउन की आहट के बाद प्रवासी मजदूरों ने पलायन शुरू कर दिया है.
प्रवासी मजदूरों के लिए जारी की गई गाइडलाइन
इस बीच उत्तूर प्रदेश सरकार ने भी प्रवासी मजदूरों के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) ने प्रदेश में प्रवासी मजदूरों के लौटने पर उन्हें क्वारेंटाइन करने को लेकर गाइडलाइन जारी की है. गाइडलाइन के मुताबिक, लक्षण वाले जो व्यक्ति संक्रमित नहीं पाए जाते उन्हें 14 दिन और बिना लक्षण वाले लोगों को 7 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन में भेजा जाएगा.
यह भी पढ़े: IPL 2021 : पंजाब और चेन्नई के बीच मैच के बाद प्वाइंट टेबल में खासी उलटफेर, CSK को हुआ बड़ा फायदा
यही नहीं, इस गाइडलाइन में साफ कहा गया है कि, प्रवासी मजदूर के अपने जिले में पहुंचने पर जिला प्रशासन उसकी न सिर्फ स्क्रीनिंग करे बल्कि उसका नाम, पता और मोबाइल नंबर समेत अहम जानकारियों की लिस्ट् भी तैयार करे.