द लीडर : ये मुश्किल वक्त है. चहुं ओर चीत्कार मची है. लखनऊ से लेकर दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात तक कोरोना मौत का तांडव मचाए है. सरकारी व्यवस्था की आलोचना कर सकते हैं. लेकिन ये समय एक साथ डटकर खड़े होने का है. पिछले दो-तीन दिन से सोशल मीडिया पर सरकार की आलोचना में एक वाक्य सर्वाधिक चर्चा में है. वो ये कि वोट मंदिर के लिए दिया. फिर अस्पताल और स्कूल कैसे बनेंगे.
इस बीच देश के दो मंदिर-मस्जिदों ने शानदार पहल की है. मुंबई के श्री स्वामी नारायण मंदिर को प्रबंधन ने कोविड अस्पताल के रूप में बदल दिया है. इलाज का खर्च मंदिर प्रबंधन उठाएगा. दूसरी तस्वीर गुजरात के वडोदरा शहर की है. जहांगीरपुरा की मस्जिद में कोविड अस्पताल बनाया गया है. जहां कोविड मरीज भर्ती हैं. सरकारें निष्ठुर होती हैं. ये कोई नयी जानकारी नहीं है. लेकिन ये समय-एक दूसरे की मदद करने का है. दिल्ली की शाही जामा मस्जिद के इमाम अहमद बुखारी ने भी यही अपील की है. मस्जिदों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. मास्क लगाएं. भीड़-भाड़ से बचें.