बिहार में AIMIM के 4 विधायक तेजस्वी की पार्टी में शामिल, BJP को पीछे छोड़ सबसे बड़ी पार्टी बनी RJD

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द लीडर | बिहार विधानसभा में आरजेडी फिर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के चार विधायकों के शामिल होने के बाद आरजेडी के कुल एमएलए की संख्या 80 हो गई है। तेजस्वी यादव की मौजूदगी में AIMIM के चार विधायकों ने बुधवार को आरजेडी की सदस्यता ली। वहीं, बीजेपी फिर से दूसरे नंबर पर पहुंच गई है। बीजेपी के अभी विधानसभा में 77 विधायक हैं।

AIMIM के टिकट से अमौर सीट से अख्तरुल ईमान, बायसी से सैयद रुकनुद्दीन अहमद, जोकीहाट से शाहनवाज आलम, कोचाधामन से मोहम्मद इजहार असफी, बहादुरगंज से मोहम्मद अंजार नईमी विधानसभा पहुंचे थे। इसमें चार RJD में शामिल हो गए है। अमौर सीट से अख्तरुल ईमान अभी AIMIM के साथ हैं। चार विधायकों के AIMIM छोड़ने के बाद RJD बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।


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इन पांच सीटों पर जीतकर आए थे ओवैसी के विधायक

बता दें कि बिहार में औवैसी की पार्टी ने विधानसभा चुनाव में अमौर, कोचाधाम, जोकीहाट, बायसी और बहादुरगंज सीट पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, AIMIM ने 2015 में चुनाव लड़ा था लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी थी। AIMIM को पहली सफलता साल 2019 में लोकसभा चुनाव में किशनगंज सीट पर मिली थी। इस बार AIMIM ने 20 में से 16 टिकट मुसलमानों को दिया था।

2020 के विधानसभा चुनाव में किसने कितनी सीटें जीतीं

लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के सबसे ज्यादा 75, बीजेपी के 74, जेडीयू के 43, कांग्रेस 19, CPIMLL 11, AIMIM के 5, हम और वीआईपी के 4-4 विधायक जीतकर आए थे। इसके अलावा CPM के 3, CPI 2 और एलजेपी, बीएसपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक जीतकर आए थे। इस साल मुजफ्फरपुर के बोचहां विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आरजेडी ने जीत दर्ज कर अपने विधायकों की संख्या 76 कर ली थी। 2020 में बोचहां सीट से वीआईपी के प्रत्याशी जीते थे, लेकिन उपचुनाव में यहां से बीजेपी ने एनडीए प्रत्याशी के रूप में भाग्य आजमाया लेकिन उन्हें हार मिली। पिछले करीब दो साल में एलजेपी, बीएसपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक जेडीयू में शामिल हो गए हैं। यानी अब विधानसभा में जेडीयू के 46 विधायक हो गए हैं।

रातों रात तेजस्वी ने कर दिया खेल

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रातों रात ऐसा खेल किया जिसकी उम्मीद ओवैसी तो छोड़ दीजिए, बीजेपी और जेडीयू को भी नहीं थी। इधर मॉनसून सत्र में तेजस्वी अपने ने विधायकों को अग्निपथ की रणनीति बनाकर सदन में भेज दिया और उधर पीठ पीछे दूसरे खेल में लगे रहे। किसी को भनक तक नहीं लगी। अचानक बुधवार को जब ओवैसी के ये चार विधायक इजहार अस्फी, शाहनवाज आलम, सैयद रुकुनुद्दीन अहमद और अनजार नईमी विधानसभा अध्यक्ष के पास जाते दिखे तो लग गया कि बड़ा खेल हो गया। रही सही कमी तेजस्वी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान कर पूरी कर दी।

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