बुलंदशहर में वन्य जीवों का शिकार : पुलिस ने एक को किया गिरफ्तार, कई के खिलाफ केस दर्ज

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द लीडर। उत्तर प्रदेश के योगी राज में जहां आवारा पशुओं के संरक्षक के लिए जोर दिया जा रहा है, तो वहीं यूपी के बुलंदशहर में शिकारी वन्य जीव जंतुओं का खुलकर शिकार कर रहे हैं। बुलंदशहर में शिकारियों द्वारा वन्य जीव के शिकार का पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी शिकारियों के द्वारा वन्यजीवों के शिकार की घटनाएं सामने आती रही हैं। यदा-कदा सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करती रहती है। वहीं बुलंदशहर पुलिस ने ग्रामीणों की शिकायत के बाद वन्य जीव शिकार के आरोप में एक नामजद समेत आधा दर्जन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस एक आरोपी को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।


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प्रतिबंधित मांस बरामद, आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज

बता दें कि, बुलंदशहर के थाना नरसेना क्षेत्र के गांव में बीती रात एक घर पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घर से प्रतिबंधित वन्य जीव का मांस बरामद किया है। बरामद संदिग्ध मांस को प्राथमिक छानबीन में वन्य जीव का पाए जाने पर वन विभाग की तरफ से एक नामजद और पांच-छह अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मारा छापा

बुलंदशहर के बुगरासी चौकी क्षेत्र के गांव चंदियाना में शुक्रवार की रात्रि को ग्रामीणों द्वारा शिकार की सूचना पर पुलिस ने एक घर में छापा मारा था। पुलिस ने घर से कुछ मांस व एक आरोपी को हिरासत में लिया था। ग्रामीणों में चर्चा है कि, पुलिस ने मामले में खेल करने की पूरी कोशिश की और शनिवार की शाम तक पुलिस ने मामले को दबाए रखा। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज नहीं किया।

वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज

जब ग्रामीणों ने थाने पर जाकर पुलिस पर दबाव बनाया और मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की बात कही तो शनिवार की देर शाम वन विभाग के दारोगा दीपक कुमार ने बरामद मांस को प्राथमिक छानबीन में वन्य जीव का मानते हुए गांव चंदियाना निवासी छोटा पुत्र सुभान और उसके पांच-छह अज्ञात साथियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी और वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9,39,50,51,52 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया।


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