द लीडर। पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी की वजह से मैदानी इलाके ठिठुरने लगे है. एक तरफ कोरोना की मार से लोग पहले ही परेशान है. वहीं दूसरी तरफ बढ़ती महंगाई ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. बता दें कि, जैसे ही उत्तर भारत में ठंड ने दस्तक दे दी है ऐसे में संगम शहर प्रयागराज में भी ठंड दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. लेकिन ठंड से छुटकारा दिलाने वाली लकड़ी और कोयले की कीमतों में अभी से ही आग लग गई है. प्रयागराज की बात करें तो, पिछले एक महीने में लकड़ी और कोयले की कीमतें लगभग दोगुनी हो गई हैं. इनकी कीमतें बढ़ने से लोग ठीक से आग जलाकर अपनी ठण्ड भी नहीं मिटा पा रहे हैं. लोगों का कहना है कि, मंहगाई का असर कोयले और लकड़ी पर भी दिखाई दे रहा है। दिसंबर के शुरुआती दिनों में कोयले और लकड़ी के दामो में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
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कोयले और लकड़ी के दाम आसमान छू रहे
सब्ज़ियां, दाल या कहे की रोज़मर्रा से जुड़ी चीज़ों की कीमतें प्रयागराज के लोगों को पहले से ही रुला रही थीं लेकिन हड्डियों को कंपा देने वाली कड़कड़ाती ठण्ड में लकड़ी और कोयले की आसमान छूती कीमतों ने तो लोगों का जीना ही मुहाल कर दिया है. 15 दिन पहले 30 रूपये किलो बिकने वाला कोयला 45 से 48 रूपये किलो बिक रहा है. वहीं पिछले 15 दिनों में लकड़ी की कीमत भी 6 से 7 रूपये किलो तक पहुंच गई है. सबसे ज़्यादा तकलीफ उन लोगों को हो रही है जो मध्यम और गरीब तबके के हैं। बेतहाशा ठंड के दौरान लकड़ी और कोयले की आग से ठण्ड मिटाते थे, और अब दिसंबर के शुरुआती दिनों में कोयले के दाम सुनते ही लोगों की जेबे ठंडी हो जा रही हैं.
कहना गलत नहीं होगा कि, इस बार अगर ऐसे ही दाम बढ़ते गए तो लिहाजा लोग ठण्ड की मार से यूं ही ठिठुरने को मजबूर हो जाएंगे. लोगों का कहना है कि, कोरोना काल में एक तो रोज़मर्रा की चीज़ों में महगाई की मार से वैसे ही परेशान है ऊपर से ठंड की शुरुआत में ही कोयले और लकड़ी के दाम आसमान छू रहे है जो अब उनके लिए एक नई मुसीबत से कम नहीं है।
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बंद हुई भट्टियों की वजह से बढ़े दाम
बता दें कि, ठण्ड की वजह से बाज़ार में खपत बढ़ जाने से कुछ दुकानदारों ने दाम दोगुने करने के साथ ही इसे स्टॉक करना भी शुरू कर दिया है. दुकानदारों का मानना है कि, अगले तीन-चार दिनों बाद ठण्ड का कहर और बढ़ सकता है, ऐसे में इसकी डिमांड बढ़ेगी. दुकानदार भी मान रहे कि, पिछले साल के मुकाबले इस बार दामो में इजाफा देखने को मिल रहा है. दुकानदार बढ़ते हुए दाम में सबसे बड़ी वजह बंद हुई भट्टियों को बता रहे हैं. दुकानदारों ने सरकार से अपील की है कि, जो भट्टियां बंद हुई है उसको जल्द से जल्द चालू करवाएं तभी कोयले के दाम में गिरावट आएगी.
लोगों ने सरकार से की अपील
गौरतलब है कि, लगातार लकड़ी और कोयले की कीमतों में आग लगने से सबसे ज्यादा दिक्कतें उन लोगों को हो रही हैं, जो ज्यादा पैसा खर्च कर रूम हीटर , या ब्लोअर नहीं खरीद सकते है. आम जनता ने भी सरकार से अपील की है कि, जल्द से जल्द बढ़ती महंगाई पर रोक लगाएं और रोजमर्रा से जुड़ी चीजों को सस्ता करें.
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