द लीडर हिंदी : 24 मार्च रविवार को होली का पर्व है. फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा के शुभ मुहूर्त में होलिका दहन और पूजन किया जाएगा. होलिका दहन से पहले भद्राकाल का ध्यान रखें. अगर आप शुभ मुहूर्त में पूजा करेंगे तो सौभाग्य मिलेगा.लेकिन कई बातों का ध्यान भी रखे.
24 मार्च रविवार इसी दिन सुबह 9:56 बजे से भद्रा शुरू हो रही है जो रात्रि 23:13 तक रहेगी. ऐसी मान्यता है कि भद्रा काल में कोई शुभ काम नहीं किया जाता इसलिए रविवार को होलिका दहन भी 11.14 बजे से पहले नहीं किया जाना चाहिए. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 12.20 बजे तक रहेगा. ज्योतिषाचार्य पूनम वार्ष्णेय बताती हैं कि फाल्गुन शुक्ल पक्ष की प्रदोष में पूर्णिमा को भद्रा के उपरांत होलिका का दहन किया जाता है. इस साल 24 मार्च रात 11:14 से लेकर 12:20 के बीच होलिका का दहन करना ही शास्त्र के अनुसार उचित है.
पूजन ऐसे करें
होली का त्योहार भक्त प्रह्लाद और होलिका माता से जुड़ा है.वही धार्मिक मान्यताओं के मुताबीक शरद ऋतु की समाप्ति और बसंत ऋतु के आगमन पर यह त्योहार बड़े उल्लास और उमंग से नाया जाता है. होली के दिन महिलाएं झुंड में घर के पास रखी होली का पूजन करती हैं. रोली, हल्दी और अक्षत से पूजन करके हरे चने, गुजिया का भोग लगाया जाता है. पूजन के बाद हाथ में जल का पात्र लेकर होलिका की 5 होलिका की परिक्रमा लगाई जाती हैं. महिलाओं के लिए होली पूजन के लिए शुभ मुहूर्त प्रातः काल 9:10 से लेकर 11:07 रहेगा। दूसरा मुहूर्त दोपहर 3:46 से 4:30 तक रहेगा.
इस दिन ये बन रहे हैं शुभ संयोग
सर्वार्थ सिद्धि योग – 24 मार्च सुबह 7.34 से 25 मार्च सुबह 6.19 बजे तक
रवि योग – सुबह 6.20 बजे से 25 मार्च सुबह 7.34 बजे तक
वृद्धि योग – 24 मार्च रात 8.34 से 25 मार्च रात 9.30 तक
धन शक्ति योग – होली पर कुंभ राशि में मंगल और शुक्र की युति से धन शक्ति योग बन रहा है.
त्रिग्रही योग – शनि, मंगल, शुक्र होली पर कुंभ राशि में रहेंगे, जो कि बढि़या योग है.
बुधादित्य योग – होली पर इस बार सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग भी बन रहा है. इससे व्यक्ति व्यापार, शिक्षा और नौकरी के क्षेत्र में सफलता पाता है.