द लीडर : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने की अनुमति रद कर दी है. खट्टर ने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने की प्रथा कतई सहन नहीं की जाएगी. नमाज के लिए जो स्थान चिन्हित किए थे, उस समझौते को वापस ले लिया है. अब दोबारा नए सिरे से बातचीत होगी. गुरुग्राम में पिछले दो महीनों से हर शुक्रवार को हिंदुत्ववादी संगठन, खुले में नमाज का विरोध करते आ रहे हैं. इसी से जुड़े एक सवाल के जवाब में खट्टर ने ये बातें कही हैं. (Gurugram Namaz Permission Cancel)
खट्टर ने कहा है कि हमने पुलिस और प्रशासनिक अफसरों से कहा है कि इस मामले का समाधान तलाशें. अगर कोई अपनी जगह पर नमाज पढ़ता है या पूजा-पाठ करता है. तो हमें कोई दिक्कत नहीं. खुले में नमाज की प्रथा सहन नहीं की जाएगी.
लेकिन इसमें भी बैठकर कोई समाधान निकाला जाएगा. मुस्लिम समुदाय का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने भी बताया है कि हमारे पास बहुत सारी जमीनें हैं. वक्फ की प्रॉपर्टी है, जहां हमें निर्माण और नमाज की अनुमति दी जाए. वहां कैसे ये व्यवस्था की जा सकती है. इस पर भी विचार किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें-कौन थे मौलाना मोहम्मद अली जौहर, जिनका नाम जिंदा रखने की सजा भुगत रहे आजम खां
गुरुग्राम के 37 स्थानों पर खुले में जुमे की नमाज की इजाजत थी. स्थानीय प्रशासन ने आम लोगों के साथ बैठकर इन जगहों का चयन किया था. लेकिन अक्टूबर की शुरुआत से यहां नमाज के विरोध का सिलसिला चल पड़ा. और हर जुमे को एक भारी भीड़ नमाज स्थलों के पास नारेबाजी करके, अपना विरोध दर्ज कराती है. (Gurugram Namaz Permission Cancel)
कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका के बीच दो-तीन बार प्रदर्शनकारियों को पुलिस द्वारा हिरासत में भी लिया गया. इसके बाद भी विरोध जारी है. बीते रोज-शुक्रवार को फिर विरोध-प्रदर्शन हुआ था.
लेकिन अब इस मामले पर मुख्यमंत्री का बयान समाने आ चुका है. जिसमें सभी सार्वजनिक स्थलों पर जहां, अब तक जुमे की नमाज की अनुमति थी, उसे निरस्त कर दिया है. तो अगले शुक्रवार को उन स्थलों पर नमाज की गुंजाइश नहीं है. (Gurugram Namaz Permission Cancel)