Smart City : इंदौर में मुसलमानों के खिलाफ क्यों बढ़ रही नफरत, मुनव्वर के बाद चूड़ी वाले तसलीम पर भीड़ का हमला

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Indore Hatred Against Muslims
इंदौर में चूड़ी बेचने वाले तसलीम को पीट भीड़

द लीडर : मध्य प्रदेश का इंदौर देश का सबसे सुंदर और स्वच्छ शहर है. लेकिन मानवता के पहलू पर इसका दामन दागदार है. पिछले एक साल में इस शहर की गंध देश ने महसूस की है. ताजा मामला 25 साल के चूड़ी बेचने वाले तसलीम की पिटाई का है. भीड़ ने तसलीम को सिर्फ इस बुनियाद पर बेरहमी से पीटा, क्योंकि वह मुसलमान हैं. दुस्साहस देखिए. इसका वीडियो भी बनाया. और उसे देश के सामने परोस दिया. (Indore Hatred Against Muslims)

वीडियो वायरल होने के बाद चारों ओर से आलोचना होना शुरू हुई. तब देर रात पुलिस ने मामला दर्ज किया है. कांग्रेस अल्पसंख्य प्रकोष्ठ के अध्यक्ष और मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने तसलीम को पीटने वालों को आतंकी बताया है.

तसलीम मूलरूप से यूपी के हरदोई जिले के निवासी हैं. वे मध्यप्रदेश में फेरी लगाकर चूड़ियां बेचते हैं. रक्षाबंधन पर वह गोविंदनगर इलाके में चूड़ियां बेचने गए थे.

जहां कथित हिंदूवादी नेताओं ने उन्हें पकड़ लिया. तलाशी ली. और बेरहमी से पीटा. वीडियो इतना हिंसक है कि फेसुबक ने उसे हटा लिया है.


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घटना के शुरुआत में पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. ये कहकर किनारा कर लिया कि किसी पक्ष से कोई शिकायत नहीं मिली है. दबाव बढ़ा.

बद्​दू सिंह नामक एक शख्स सामने आए. और उन्होंने आरोपियों के खिलाफ थाने में तहीर दी. तब जाकर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है. (Indore Hatred Against Muslims)

पीड़ित तसलीम का आरोप है कि उन्हें धार्मिक पहचान के आधार पर गालियां दी गईं. रुपये और सामान भी छीन लिया. ये सारी बातें उन्होंने पुलिस में दर्ज शिकायत में कही हैं.

घटना को लेकर एसपी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि वीडियो के आधार पर तीन आरोपियों की शिनाख्त करके दो को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं एक अन्य मुख्य आरोपी को गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही हैं. एसपी ने अपील की है कि संयम बनाए रखें, आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा.

वहीं, इस घटना को लेकर विरोध दर्ज कराने पर मुस्लिम समाज के ही करीब 30 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. इससे पुलिस की भूमिका पर तल्ख सवाल उठ रहे हैं. ये पूछा जा रहा कि तसलीम को पीटने वाली भीड़ के बजाय, कार्रवाई की मांग करने वालों पर ही पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. ये कैसा इंसाफ है.

कॉमेडियन मुनव्वर भी बन चुके निशाना

इस साल की शुरुआत में इंदौर में ही कॉमेडियन मुनव्वर फारूखी भी हिंसा का शिकार बन चुके हैं. उन पर देवी-देवताओं का उपहास उड़ाने का आरोप लगा था.

उनके साथ भी मारपीट हुई. पुलिस की मौजूदगी में भी हिंदूवादी नेताओं ने उनके साथ हाथापाई की. और महीनों तक उन्हें जेल में रहना पड़ा था.

बुजुर्गों को डंपर में भरकर शहर के बाहर फेंका

इसी सुंदर और स्मार्ट शहर से एक और करतूत सामने आई थी. तब, जब शहर के गरीब-बेसहारा, बुजुर्गों को पशु लादने वाले डंपर में भरकर शहर के बाहर फिंकवाया गया था.

ग्रामीणों ने इसका वीडियो रिकॉर्ड करके वायरल कर दिया. पूरे देश से थू-थू हुई. तब प्रशासन की नींद टूटी. और सभी बुजुर्गों को वापस शहर लाया गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी इस घटना पर दुख जताया था. (Indore Hatred Against Muslims)

घटना को लेकर राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम दास मिश्रा का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जिस युवक की पिटाई हुई है. वह हिंदू नाम के साथ चूड़ियां बेच रहा था.

गृहमंत्री के इस बयान पर कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने पलटवार करते हुए कहा है कि ये बयान बताता है कि स्वयं गृहमंत्री जी दरिंदगी करने वालों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ तो राजधर्म का पालन करवाइए शिवराज जी.

वहीं, इस मामले पर विवाद बढ़ने के बाद सोमवार की देर शाम को पुलिस ने पीड़ित तसलीम के खिलाफ भी गंभीर धाराओं में एफआइआर दर्ज कर ली है. इसको लेकर हैदराबाद से सांसद असदुद्​दीन ओवैसी ने सरकार पर निशाना साधा है. इस आरोप के साथ कि एमपी के गृहमंत्री सरेआम अपराधियों के लिए बहाने बना रहे हैं.

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