Google ने कन्नड़ को बताया भारत की सबसे भद्दी भाषा, कड़े विरोध के बाद मांगनी पड़ी माफी

0
454

द लीडर : सर्च इंजन गूगल (Google) का जबाव हमेशा ही सच नहीं होता है. कई बार गूगल पर कोई सवाल सर्च करने पर चौंकाने वाले जबाव सामने आ जाते हैं. जैसे भारत की सबसे भद्दी भाषा (ugliest language in India) सर्च करने पर गूगल ने कन्नड़ बताया था. इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया. ट्वीटर पर लोगों ने इसे लेकर कड़ा विरोध शुरू कर दिया.

कर्नाटक सरकार ने भी मामले में गूगल कंपनी को नोटिस देने की चेतावनी दी थी. इसके बाद गूगल इंडिया के प्रवक्ता को गुरूवार को बयान जारी कर भारतीयों से इस संबंध में माफी मांगनी पड़ गई. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह केवल तकनीकी गलती है. यह कंपनी की सोच नहीं है.

गूगल इंडिया ने ट्वीट कर यह कहा

गूगल इंडिया ने मामले में विवाद खड़ा होने पर ट्वीट किया. इसमें कहा कि सर्च हमेशा ही सच नहीं होता है. कभी-कभार इंटरनेट पर किसी सवाल पर चौंकाने वाले जवाब सामने आ जानते हैं. हम जानते हैं कि यह आदर्श नहीं है, लेकिन किसी कंटेंट को लेकर जब भी हमें कोई शिकायत मिलती है तो हम विशेष ध्यान देते हुए उस गलती को सही करते हैं. इसके अलावा अपने एल्गोरिद्म में भी लगातार सुधार करते हैं. यह गूगल कंपनी की अपनी सोच नहीं होती है. हम इस गलतफहमी को लेकर जिन लोगों की भावनाएं आहत हुई है उनसे माफी मांगते हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री समेत भाजपा सांसद ने की थी आलोचना

कन्नड़ को भारत की सबसे भद्दी भाषा बताने के मामले ने सोशल मीडिया पर तूल पकड़ा तो राजनीतिक हस्तियों ने भी इस मुद्दे को उठाया. इनमें कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और भाजपा सांसद पीसी मोहन समेत कई नेता शामिल हैं. पूर्व सीएम ने कन्नड़ भाषा में ही ट्वीट करते हुए गूगल से इसे लेकर माफी मांगने और सुधार की बात कही थी.

ढाई शताब्दी से लोगों का गौरव रही कन्नड़ भाषा

भाजपा सांसद पीसी मोहन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा- महान विजयनगर साम्राज्य का घर, कन्नड़ भाषा की एक समृद्ध विरासत, एक गौरवशाली इतिहास और एक अनूठी संस्कृति है. यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है. कन्नड़ भाषा के कई महान विद्वान थे जिन्होंने 14 वीं शताब्दी में जेफ्री चौसर के जन्म से बहुत पहले महाकाव्य लिखे थे.

 

वहीं, कर्नाटक के मंत्री अरविंद लिंबावली ने कहा कि कन्नड़ भाषा का इतिहास करीब 2500 साल पुराना है. ढाई शताब्दी तक कन्नड़ लोगों का यह गौरव रही है. अगर फिर भी गूगल इसे भारत की सबसे भद्दी भाषा कहता है तो यह कन्नड़ लोगों के गौरव को कलंकित करने की कोशिश है. गूगल को कन्नड़ भाषी लोगों से इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. नहीं तो हमारी खूबसूरत भाषा की छवि खराब करने के लिए हमें गूगल के खिलाफ लीगल एक्शन लेना होगा.

40 लाख से ज्यादा लोग बोलते हैं कन्नड भाषा

वीकिपीडिया के अनुसार, कन्नड कर्नाटक राज्य की राज्यभाषा है. यह भारत की उन 22 भाषाओं में से एक है जो भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में साम्मिलित हैं. यह भारत की सबसे अधिक प्रयोग की जाने वाली भाषाओं में से एक है. करीब 40 लाख लोग कन्नड भाषा प्रयोग करते हैं. विश्व की सर्वाधिक बोली जाने वाली 30 भाषाओं की सूची में कन्नड 27 वें स्थान पर आती है. यह द्रविड भाषा परिवार में आती है, लेकिन इसमें संस्कृत के भी बहुत से शब्द उपयोग होते हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here