देश में जल्द आने वाली है चौथी और अंतिम कोरोना लहर : जानिए कब होगी पीक पर

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द लीडर | भारत में पहले ही कोरोना की तीन लहर आ चुकी हैं जिसमें हर बार भीषद नुक्सान देखना पड़ा है। ऐसे में तीसरी लहर के जाते ही अगली लहर यानी के चौथी लहर के आने का अनुमान लगाया गया है। कोविड का ओमिक्रॉन वैरियंट धीरे-धीरे हल्का पड़ रहा है। साथ ही डेल्टा की तुलना में यह वेव कम खतरनाक दिखी। ऐसे में लोगों को लग रहा है कि चौथी वेव तक यह पेंडेमिक एंडेमिक में बदल जाएगी। मतलब साधारण सर्दी-जुकाम की तरह यह वायरस लोगों को संक्रमित करता रहेगा। पहले भी महामारियों के साथ ऐसा ही होता रहा है। जानें कोरोना के बारे में एक्सपर्ट्स का क्या कहना है।

चौथी लहर के बाद कोरोना कम पड़ने की उम्मीद

कोरोना से पहले जो भी महामारियां रहीं, उनकी पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी लहर आई, इसके बाद वे सीजनल इनफेक्शन में बदलकर धीरे-धीरे खत्म हो गईं। लाइवमिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के ग्लोबल हॉस्पिटल के पल्नोलॉजी ऐंड क्रिटिकल केयर सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर हरीश चाफले का कहना है कि ओमिक्रॉन के बाद तक कई लोगों में नैचुरल इम्यूनिटी आ चुकी है। साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों के वैक्सीन भी लग गई है। संभव है चौथी लहर के बाद कोरोना एंडेमिक में बदल जाए और इसके कुछ या न के बराबर ही केस दिखें।


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न बातों पर निर्भर करेगी चौथी लहर की गंभीरता

आईआईटी कानपुर के गणित और सांख्यिकी विभाग के साबरा प्रसाद राजेशभाई, सुभ्र शंकर धर और शलभ के नेतृत्व में किए गए अध्ययन से पता चलता है कि चौथी लहर की गंभीरता कोरोना वायरस के नए संभावित स्वरूप और देश भर में टीकाकरण की स्थिति पर निर्भर करेगी।

अध्ययन के लेखकों के अनुसार,‘‘ आंकड़े दिखाते हैं कि भारत में संक्रमण की चौथी लहर प्रारंभिक आंकड़े उपलब्धता तिथि के 936 दिन बाद आएगी,जो कि 30 जनवरी 2020 है. उन्होंने लिखा,‘‘ इसलिए चौथी लहर 22 जून 2022 से शुरू होगी और 23 अगस्त 2022 तक चरम पर पहुंचेगी और फिर 24 अक्टूबर 2022 तक समाप्त हो जाएगी।

दो भविष्यवाणियां निकली सही

आईआईटी कानपुर के रिसर्चर्स की ओर से देश में कोविड -19 लहर को लेकर की गई भविष्यवाणी अब से पहले दो बार सही निकली है। विशेष रूप से तीसरी लहर के बारे में लगभग सटीक रही। ये शोध आईआईटी कानपुर के मैथेमेटिक्स एंड स्टैटिस्टिक्स डिपार्टमेंट के एसपी राजेश भाई, सुभरा शंकर धर और शलभ ने की थी। इन शोधकर्ताओं ने अपनी भविष्यवाणी के लिए सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करते हुए कहा कि कोरोना की चौथी लहर कोरोना महामारी की शुरुआत के करीब 936 दिन बाद आ सकती है।

यूएस में 5 लाख लोगों की हो चुकी है मौत

लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के एपिडेमियोलॉजिस्ट एडम कुचार्स्की कहते हैं कि चौथी लहर का मतलब मुझे नए स्ट्रेन्स की वजह से फैले संक्रमण का ही ख्याल आता है। नए स्ट्रेन्स का होना मतलब एक महामारी के अंदर ही दूसरी महामारी का फैलना। एडम ने बताया कि अमेरिका में 5 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। हाल ही में 2.83 करोड़ लोगों के संक्रमित होने का डेटा सामने आया था।

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