द लीडर हिंदी : यूपी के जिला बरेली में बड़ा हादसा हो गया. फरीदपुर थाना क्षेत्र में लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर स्थित अशोका फोम फैक्टरी में बुधवार देर शाम भीषण आग लग गई. इसमें चार मजदूर जिंदा जल गए.
परिजनों के हंगामे के बाद रेस्क्यू में लगी टीमों ने देर रात उनके अवशेष फैक्टरी से निकाले थे. बताते हैं कि जब आग लगी तो फैक्टरी प्रबंधन के लोग कीमती सामान बचाते रहे, लेकिन मजदूरों की जान की परवाह नहीं की.
इससे मजदूराें के परिवार आक्रोशित हो उठे. मृतक के परिजनों का आरोप है कि फैक्टरी मालिक ने खुद आग लगवाई है. यह सब बीमा की रकम वसूलने के लिए किया गया.
उन्होंने गुरुवार को फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए हाईवे पर जाम लगा दिया. मृतक के परिजन हाईवे पर धरना देकर बैठ गए. इससे लंबा जाम लग गया.
अग्निकांड में जलकर मरने वाले मजदूर अरविंद के भाई प्रमोद मिश्रा ने फैक्ट्री मालिक अशोक गोयल, नीरज गोयल व फैक्ट्री के मैनेजर अजय सक्सेना समेत 5 अज्ञात के करीब मुकदमा दर्ज कराया है.
गेट बंद करके खुद को बचाने में लगा था प्रबंधन
इस भीषण अग्निकांड में चार मजदूर जिंदा जलकर मर गए. कई झुलसे हैं. जिनका अभी इलाज चल रहा है. लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन खुद को बचाने में लगा रहा.
बताते हैं कि जब फैक्ट्री में आग लगी तो प्रबंधन ने झुलसे मजदूरों को बिना नाम पता नोट किए ही निजी अस्पतालों में भिजवा दिया और फैक्टरी का मेन गेट सुरक्षा गार्डों से बंद करा दिया गया.
घटना की जानकारी पर मजदूरों के परिजन वहां पहुंचे तो उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया. बाद में पुलिस ने पहुंचकर गेट खुलवाया, तब ग्रामीण अंदर पहुंचे और शवों की तलाश का काम शुरू हो सका.
ग्रामीणों ने हाईवे किया जाम
घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे पर ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी कर दी. इससे हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. आक्रोशित लोगों ने डीएम और एसएसपी को मौके पर बुलाने और फैक्टरी प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की.
उनका आरोप है कि फैक्टरी प्रबंधन हर साल बीमा की रकम हड़पने के लिए जान बूझकर आग लगवाता है. इस बार भी ऐसा हुआ है. जिसमें चार की मौत हो गई. कई अन्य झुलसे हैं.
एसपी देहात ने क्या कहा
घटना काे लेकर एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि फैक्ट्री के मालिक और मैनेजर पर गैर इरादन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है.
पहले भी कई बार लग चुकी है आग
आप को बता दें कि अशोका फाेम फैक्ट्री में कोई पहली बार आग नहीं लगी है. इससे पहले 23 May 2020 और Oct 01, 2019 को भी आग लग चुकी है.
ऐसे में कई सवाल उठने लाजिमी है कि फैक्ट्री में बार-बार आग कैसे लगती है? क्या फैक्ट्री में आग से बचाव के कोई इंतजाम नहीं है?
यह सवाल इस बार और भी गंभीर हो गए हैं क्योंकि चार लोगों की जान चली गई है और फैक्ट्री प्रबंधन पर बीमा की रकम हड़पने के लिए खुद आग लगाने के आराेप लग रहे हैं.