महिला डॉक्टर, जो बन गई सऊदी अरब की पहली इंटरनेशनल कराटे मास्टर

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सऊदी अरब के खेल इतिहास में पहली बार अंतरराष्ट्रीय महिला कराटे जज का नाम सुर्खियों में आया है। यह नाम है नादा अल मशात, जिनका नाम इसी महीने की शुरुआत में नए ओहदे के साथ घोषित किया गया। लगभग एक दशक तक मार्शल आर्ट में मजबूती से जोर-आजमाइश के बाद उन्हें यह सम्मान हासिल हुआ है, जिसे पाकर वह काफी खुश हैं। (Saudi Arabia Karate Judge)

अल-मशात अपने गुरु मुशरिफ अल-शिहरी के नक्शेकदम पर हैं, जो सऊदी कराटे फेडरेशन के अध्यक्ष हैं और विश्व कराटे जज बनने वाले पहले सऊदी शख्स थे। उन्हाेंने अपने मार्शल आर्ट मास्टर अल-शिहरी से मिले सपोर्ट, सिखाने के जज्बे और टूर्नामेंटों के जरिए सऊदी कराटे जजों को विकसित करने की उनकी कोशिश की काफी तारीफ की, साथ ही हर उपलब्धि में हमेशा साथ रहने के लिए उनका आभार जताया।

33 वर्षीय अल-मशत के पास चिकित्सा में स्नातक की डिग्री है और कराटे से मुहब्बत 2013 में यूके से मास्टर्स करने के दरम्यान हुई। इसके बाद उन्होंने कराटे विशेषज्ञों से ट्रेनिंग लेकर मार्शल आर्ट में आगे बढ़ने की ठान ली।

वह बताती हैं, थर्ड डैन ब्लैक बेल्ट सेंसेई कोच के नेतृत्व में कराटे ग्रुप के साथ अभ्यास करना शुरू किया, जिससे कौशल में तेजी से सुधार हुआ। 2017 में 8वीं डैन ब्लैक बेल्ट Sensei के साथ निजी कक्षाएं लेने का फैसला किया, यह मेरे प्रदर्शन और मार्शल आर्ट यात्रा में एक गेम-चेंजर था। (Saudi Arabia Karate Judge)

अल मशात ने 2019 में पहले सऊदी महिला कराटे टूर्नामेंट में भाग लिया, जो रियाद में हुआ और काटा श्रेणी में शीर्ष पर रहीं।

अल-मशात ने 2020 में अरब न्यूज़ को बताया था कि कराटे में उनकी दिलचस्पी प्रिंस सुल्तान बिन सलमान के अंतरिक्ष मिशन से प्रेरित थी।

प्रिंस के अंतरिक्ष तजुर्बे ने (मुझे) मेरे देश के लिए कुछ करने की महत्वाकांक्षा और दृढ़ संकल्प से भर दिया है। मुझे लगा कि मैं अपने सारे सपने सच कर सकती हूं। मैंने अपने देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए कराटे को चुना, अल-मशात ने उस समय कहा था।

उनके जज बनने की खबर संयुक्त अरब अमीरात में सामने आई, जहां 16 सऊदी मार्शल आर्ट खिलाड़ियों ने 18 से 20 फरवरी के बीच अंतर्राष्ट्रीय कराटे महासंघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कराटे जज बैज अर्जित किया।

सऊदी महिलाओं के लिए अपनी ऐतिहासिक उपलब्धि में अल-मशात ने अंतरराष्ट्रीय रेफरी पाठ्यक्रम पर काटा और कुमाइट टैस्ट पास किया।

सऊदी कराटे फेडरेशन के अनुसार, अब तक किंगडम में अंतरराष्ट्रीय कराटे जजों की सबसे बड़ी संख्या है।

फेडरेशन ने ट्वीट किया:

‘हमें किंगडम में कराटे में एक नई ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने वाले अपने अंतरराष्ट्रीय रेफरी और जजों पर फख्र है। हम सऊदी अरब में खेल के इतिहास में पहली सऊदी महिला जज मिलने से खुश हैं। हम सऊदी कराटे फेडरेशन की रणनीति को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’

कराटे जज आमतौर पर नियमों और संकेतों को संदर्भित करने के लिए मैच के दौरान विभिन्न जापानी वाक्यांशों का उपयोग करते हैं। इसके लिए अल-मशात ने जापानी भाषा की बारीकियों को सीखा।

अल मशात कहती हैं, “कराटे ने मुझे आत्मविश्वास, अनुशासन, स्वस्थ जीवन शैली, नैतिकता और नए दोस्त बनाने का मौका दिया है। इसके अलावा, कराटे में हम हमेशा कुछ नया और रोमांचक सीखते रहते हैं। यह निहत्थे होकर आत्मरक्षा का एक जबर्दस्त तरीका भी है। एक जज के रूप में भी मेरी अपनी क्षमता की बात आती है तो टूर्नामेंट ने मुझे काफी आत्मविश्वास दिया है। ” (Saudi Arabia Karate Judge)

उन्होंने सऊदी अरब के सभी महत्वाकांक्षी खिलाड़ियों को अपने लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत करने की सलाह दी, और उन्हें हमेशा यह याद रखने को कहा कि कुछ भी नामुमकिन नहीं है।

अल मशात ने सभी क्षेत्रों में सऊदी महिलाओं के लिए तरक्की के रास्ते खोलने के लिए किंग सलमान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का भी आभार व्यक्त किया।

Source: Arab News


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