क्या फिर होने वाला है टिड्डी दल का हमला? प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

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अलीगढ़। उत्तर प्रदेश राज्य कोविड-19 महामारी के साथ-साथ ब्लैक फंगस के मामलों से भी उबरने की कोशिश में भी लगा हुआ है, ऐसे में टिड्डियों के हमले की संभावना भी बड़ी मुसीबत बनकर उभरी है. अलीगढ़ जिला प्रशासन ने टिड्डी दल के संभावित हमले को लेकर अब अलर्ट जारी कर दिया है.

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कृषि विभाग अपनी तैयारियों में जुटा

राजस्थान के जैसलमेर शहर में टिड्डियों के झुंड को देखे जाने के बाद अधिकारियों ने एडवाइजरी जारी की है. राज्य में कृषि विभाग भी इसे लेकर अपनी तैयारियों में जुट गई है. किसानों को भी चेतावनी दे दी गई है.

फसलों को बर्बाद कर देते है टिड्डी दल

ये रेगिस्तानी टिड्डे झुंड बनाकर चलते हैं. और हर दिन अपने वजन तक के फसलों को खा जाते हैं. जब लाखों की संख्या में ये खेतों पर हमला बोलते हैं, तो वे सबकुछ बर्बाद कर देते हैं. रेगिस्तानी टिड्डे को दुनिया में सबसे विनाशकारी प्रवासी कीट माना जाता है. इसमें एक वर्ग किलोमीटर में फैले एक झुंड में आठ करोड़ तक टिड्डियां हो सकती हैं.

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राजस्थान में टिड्डियों के हमले का खतरा

वहीं राजस्थान में टिड्डियों के हमले के खतरे को देखते हुए जैसलमेर जिले को अलर्ट कर दिया गया है.  संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) ने 17 मई को कहा कि, मई में दक्षिण-पश्चिम ईरान में कुछ टिड्डियों के बैंड बनने की संभावना है, जहां से वे पूर्व में पाकिस्तान की ओर बढ़ सकते हैं. पाकिस्तान होते हुए ये टिड्डी दल भारत के सीमावर्ती जिले में दाखिल हो सकते है.

टिड्डियों के हमले के लिए अलर्ट जारी

पिछले साल जब पाकिस्तान से आए टिड्डियों के झुंड ने भारत पर हमला बोला था, तब उत्तर प्रदेश में लगभग 17 जिलों को अलर्ट पर रखा गया था. जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार सिंह के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा जारी एडवाइजरी के आधार पर राजस्थान ने संभावित टिड्डियों के हमले के लिए अलर्ट जारी किया है और अधिकारियों को इसे खदेड़ने की रणनीति पर योजना बनाने का निर्देश दिया गया है.

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