Farmers Protest : किसानों की रिहाई को रातभर थाने के बाहर डेरा जमाए रहे टिकैत-योगेंद्र और गुरनाम

द लीडर : Farmers Protest in Hariyana Outside Tohna Police station. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता हरियाणा के फतेहाबाद में टोहना थाने के बाहर डटे हैं. वे आंदोलनकारी रवि आजाद और विकास सीसर की रिहाई की मांग उठाए हैं. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव और गुरनाम सिंह चंढूनी के नेतृत्व में सैकड़ों किसान रातभर थाना परिसार के बाहर डेरा जमाए रहे. इससे पुलिस-प्रशासन बेचैन रहा. (Farmers Protest Tikait Yogendra Police Station )

टोहना में विधायक और किसानों के बीच विवाद हो गया था. इसके बाद करीब 20 किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. इसमें कुछ को हिरासत में भी लिया गया. इसी के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता शनिवार को हरियाणा पहुंचे थे. किसान नेताओं ने एक विशाल जनसभा की. इसमें योगेंद्र यादव ने कहा था कि आपने अभी 20 किसानों के खिलाफ कार्रवाई की है. उनके समर्थन में 20 हजार किसान आ गए हैं. जरूरत पड़ी तो दो लाख भी आएंगे.

साथियों पर दर्ज केस वापसी के लिए प्रदर्शन करते किसान.

मोर्चा के आह्वान पर हजारों की संख्या में किसान अपनी गिरफ्तारी देने के लिए पहुंच गए थे. और राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन किया था.


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किसानों की भारी भीड़ और बढ़ते विवाद के बीच विधायक ने माफी मांग ली थी. किसानों ने भी उन्हें माफ कर दिया था. लंबी बातचीत के बाद ये सहमति बनी कि किसानों पर दर्ज मामले वापस होंगे. लेकिन आखिर में दो किसानों से केस नहीं हटा. ये किसान हैं रवि आजाद और विकास सीसर.

किसान नेताओं की मांग है कि जितने भी किसानों पर केस हुआ है. उन सबसे हटाया जाए. इसी को लेकर वे रातभर आंदोलन पर डटे रहे. रविवार को भी थाने के बाहर किसान डटे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि किसान डटे रहेंगे.

पिछले साल 2 जून को केंद्र सरकार ने तीन नए कृषि कानून बनाए थे. शनिवार को किसानों ने इन कानूनों की पहली वर्षगांठ पर देश के विभिन्न हिस्सों में प्रतियां जलाई थीं.


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किसान पिछले छह महीने से इन कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत हैं. दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसानों का जमावाड़ा है. और वे कानून वापस न होने तक आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं है.

Ateeq Khan

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